रायपुर

महिलाओं से कथित यौन दुराचार मामले में न्यायिक जांच की मांग

छत्तीसगढ़ में भी बिहार के मुजफ्फरपुर जैसा शेल्टर होम कांड
महिलाओं का आरोप- उज्ज्वला गृह में दुष्कर्म, शारीरिक प्रताडऩा और नशे की गोली खिलाना आम बात
भारतीय जनता पार्टी ने घटना को बताया बेहद शर्मनाक

रायपुरJan 25, 2021 / 12:51 am

Anupam Rajvaidya

महिलाओं से कथित यौन दुराचार मामले में न्यायिक जांच की मांग

रायपुर. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में उज्ज्वला गृह में महिलाओं के साथ हुए कथित यौन दुराचार मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग भारतीय जनता पार्टी ने की है। बिहार के मुजफ्फरपुर जैसे ही बिलासपुर में महिलाओं के साथ हुए कथित यौनाचार के मामले में पुलिस उज्ज्वला गृह के संचालक और तीन महिला कर्मचारियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।

मुजफ्फरपुर बालिका गृह जैसा कांड हुआ छत्तीसगढ़ में भी
भाजपा के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने उज्ज्वला गृह मामले की न्यायिक जांच की मांग की है। धरमलाल कौशिक ने कहा कि यह बेहद शर्मनाक स्थिति है कि सरकार द्वारा संचालित इस शेल्टर होम में युवतियों के साथ न केवल यौन शोषण, दुष्कर्म जैसी कथित घटनाएं हुईं बल्कि देह-व्यापार के लिए बाहर जाने से मना करने वाली युवतियों को प्रताडि़त कर उनसे मारपीट की जाती रही। उन्होंने कहा है कि शेल्टर होम मामले में पुलिस खुद आरोपों को घेरे में है, इसलिए इस मामले में पुलिस की भूमिका को भी जांच के दायरे में लिया जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले में पीडि़त युवतियों को इंसाफ दिलाने के बजाय जांच में लीपापोती कर आरोपियों की मदद की जा रही है।
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बता दें कि उज्ज्वला गृह को स्वयंसेवी संस्था शिवमंगल शिक्षण समिति संचालित करती है। गत 17 जनवरी को जब 20 वर्षीय एक महिला को उसके परिजन उसे लेने उज्ज्वला बालिका गृह पहुंचे तब वहां रहने वाली महिलाओं ने अपने साथ यौन दुराचार होने की शिकायत की थी। महिलाओं ने पत्रकारों के सामने पेश होकर आरोप लगाया था कि उज्ज्वला गृह में दुष्कर्म, शारीरिक प्रताडऩा और नशे की गोली खिलाना आम बात है। एक महिला ने उज्ज्वला गृह के संचालक जितेंद्र मौर्य पर दुष्कर्म का आरोप भी लगाया था। घटना के बाद पुलिस ने जितेन्द्र मौर्य और वहां काम करने वाली तीन महिला कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया है तथा उज्ज्वला गृह को सील कर दिया गया है।
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