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शांतिवार्ता की पेशकश: सरकार बोली – नहीं मिला नक्सलियों का पत्र, बातचीत से पहले छोड़नी होगी बंदूकें

locationरायपुरPublished: Mar 19, 2021 10:48:42 am

Submitted by:

Ashish Gupta

– छत्तीसगढ़ सरकार के प्रवक्ता मंत्री चौबे की प्रतिक्रिया आई सामने- सरकार के पास नक्सलियों का कोई पत्र नहीं आया

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रायपुर. नक्सलियों की ओर से शांति वार्ता के लिए जारी पत्र को लेकर छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री व सरकार के प्रवक्ता रविंद्र चौबे (CG Minister Ravindra Chaubey) की प्रतिक्रिया सामने आई है। उनका कहना है कि अभी सरकार के पास नक्सलियों का कोई पत्र नहीं आया है। यदि पत्र आता भी है तो बातचीत से पहले उनको बंदूक छोड़ना होगा। इससे पहले गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा था कि सरकार को नक्सलियों का कोई पत्र नहीं मिला है। इससे साफ है कि फिलहाल सरकार नक्सलियों के पत्र को गंभीरता से नहीं ले रही है।

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कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा, अभी तक जो बातें सामने आई हैं, वह केवल कयास है कि ऐसी चिट्‌ठी नक्सलियों ने जारी की है। सरकार तक इस तरह का कोई ऑफर आएगा उसके बाद ही बातचीत हो सकती है। उन्होंने कहा, सरकार पहले भी कह चुकी है कि ऐसी किसी वार्ता के लिए सबसे पहले उन्हें बंदूक छोड़ना होगा। तभी आगे वार्ता हो पाएगी।

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सीएम के असम दौरे से लौटने के बाद मिलेगी न्याय की चौथी किस्त
मंत्री चौबे ने सरकार के कर्ज को लेकर कहा कि केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ के 21 हजार करोड़ रुपए नहीं दिए है। सरकार को किसानों को पैसा देना है। इसके लिए कहीं से तो राशि का इंतजाम करना होगा। हमको राजीव गांधी किसान न्याय योजना का भी पैसा देना है। इसकी तारीख लगभग तय है। मुख्यमंत्री असम दौरे से लौट आएंगे उसके बाद किसानों के खाते में चौथी किस्त की राशि का भुगतान किया जाएगा। स्मार्ट सिटी के फंड को रोके जाने पर भी कृषि मंत्री ने कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि केंद्र की मानसिकता छत्तीसगढ़ सरकार को पैसे नहीं देने की है।

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