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अपनी समीक्षा बैठक के पहले दिन 10 जून को स्वास्थ्य मंत्री ने साफ कर दिया कि जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को अपना काम दिखाना होगा। अगर अगले तीन माह में अधिकारियों का काम नहीं दिखा तो उनपर गाज गिर सकती है। राजधानी रायपुर के एक होटल में आयोजित बैठक में स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने विभाग में संचालित योजनाओं और कार्यक्रमों की जिलेवार जानकारी भी ली। उन्होने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों से कहा कि बिना उनके काम किए यूनिवर्सल हेल्थकेयर की परिकल्पना पूरी नहीं हो सकती।
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इसके साथ ही मंत्री (health minister) ने यह भी कहा कि आज से ठीक तीन महीने बाद फिर से प्रदेश स्तरीय समीक्ष बैठक करेंगे। उम्मीद के मुताबिक अगर काम नहीं मिला तो उसका जिम्मेदार सीएमएचओ (CMHO) को माना जाएगा। इसके लिए उनकी जगह दूसरों को भी लाया जा सकता है। इस बैठक में स्वास्थ्य सचिव निहारिका बारिक, एमडी प्रियंका शुक्ला, संचालक शिखा राजपूत तिवारी समेत प्रदेशभर से आए सीएमएचओ, सिविल सर्जन, डीपीएम सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।