जवानों के शहीद होने के सवाल के जवाब में गृहमंत्री ने कहा, हम लड़ाई लड़ेंगे, तो हमारे भी जवान शहीद होंगे और उनके भी शहीद होंगे। हालांकि उन्होंने अपनी गलती का एहसास होने पर तुरंत शहीद की जगह मारे जाने शब्द का उल्लेख किया। उन्होंने कहा बस्तर संभाग में नक्सलियों के पैर उखड़ रहे हैं। इसलिए अब वे पुराने क्षेत्रों में भागने का प्रयास कर रहे हैं। उन्हें कामयाब नहीं होने दिया जाएगा।
यह पहली बार नहीं जब गृहमंत्री रामसेवक पैकरा विवादों में आए हैं। इससे पहले भी पैकरा अपने बयान को लेकर विवादों में रहे हैं। इससे पहले पैकरा ने बस्तर के तत्कालीन आईजी रहे एसआरपी कल्लूरी पर बड़ा बयान दिया था। पैकरा ने बस्तर में कल्लूरी के कार्यकाल पर सवाल खड़ा करते हुए कहा था कि बस्तर का वातावरण खराब हो रहा है। मानवाधिकार उलंघन की बात सामने आ रही थी। मानवाधिकार की रक्षा हो इसलिए भी सरकार ने आईजी को हटाने का फैसला किया है।
वहीं वर्ष 2014 में देश में बलात्कार की घटनाओं पर मचे विवाद के बीच गृहमंत्री पैकरा ने विवादास्पद बयान दिया था। पैकरा ने कहा कि बलात्कार जैसी घटनाओं को कोई जानबूझकर नहीं करता है। धोखे से सब करते हैं।
वहीं एक और मामले में पैकरा सुर्खियों में आए जब उनके बेटे की शादी समारोह के दौरान सरकार ने सरकारी डॉक्टरों की तैनाती का आदेश दिया था। जिसे लेकर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया था।