कोविड-19 जांच को लेकर ऐसा क्या हुआ कि अगले माह नहीं मिलेगी सैलरी
बताया जाता है तलाशी में बड़ी संख्या में कच्ची रसीदें और लेनदेन से संबंधित लूज पेपर मिले हैं। टैक्स चोरी करने के लिए बोगस बिल बनाने की जानकारी मिली है। वहीं बैलेंसशीट में आय से अधिक खर्च दिखाया गया है। फिलहाल आयकर विभाग की टीम प्लांट के उत्पादन और डिलीवरी के हिसाब के साथ ही आय-व्यय का हिसाब कर रही है। आयकर विभाग दिल्ली से मिले इनपुट के आधार पर रायपुर स्थित टीम ने सुबह करीब 6 बजे एक साथ सभी ठिकानों पर दबिश दी है।
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आयकर विभाग को तलाशी के दौरान बड़ी संख्या में प्लांट से संबंधित दस्तावेज घर पर मिले हैं। इसमें कैश बुक और लेनदेन के दस्तावेज हैं। कारोबारी और उसके परिवारवालों के बैंक खातों, ज्वैलरी और निवेश को जांच के दायरे में लिया गया है। साथ ही कारोबारी के परिजनों से बयान भी लिए गए है। आयकर विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण काल के दौरान प्लांट के आधुनिकीकरण पर बड़ी रकम खर्च की गई थी। वहीं, जमा किए जा रहे आयकर रिटर्न में फैक्ट्री को नुकसान में चलना दिखाया जा रहा था। इसे देखते हुए पिछले 3 वर्षों की आईटी फाइलों को खंगाला जा रहा है।
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