पूरी कहानी सिंघम फिल्म की तरह
– अंकुश गुप्ता और निक्कू भंडारी को प्रशिक्षु आईपीएस उदय किरण ने सोमवार को सरकंडा थाना प्रभारी युवराज से फोन कराकर थाना पहुंचने के लिए कहा।
– थाने से तीन बार अंकुश गुप्ता को फोन किया गया फिर भी वह थाना नहीं पहुंचे।
– अंकुश ने घटना की जानकारी सरकंडा क्षेत्र में रहने वाले भाजपा के पूर्व एल्डरमैन विजय ताम्रकार को दी।
– ताम्रकार ने प्रशिक्षु आईपीएस से अंकुश को थाना बुलाने का कारण पूछा, तब उन्होंने कुछ नहीं बताया।
– उन्होंने कहा, उनसे कुछ बात करनी है। इस पर रात्रि 8 बजे अंकुश गुप्ता थाना पहुंचे।
– उनके पहुंचने पर अफसर डांट-डपट और गाली-गलौज करते हुए बेल्ट उताकर पिटना शुरू कर दिया।
– बताया जाता है अंकुश की पिटाई करने के बाद थाना में मौजूद भाजपा नेताओं को अफसर ने किसी भी मामले में फंसाकर अंदर कराने की धमकी भी दी।
– इसके बाद अंकुश की कनपटी पर बंदूक तानते हुए कहा, मेरे सामने नेतागिरी की तो यहीं ढेर कर दूंगा। इसके बाद सकते में आए भाजपा नेता वहां से जैसे-तैसे कर निकले।
– इस मामले को लेकर भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में आईजी दीपांशु काबरा को ज्ञापन सौंपकर प्रशिक्षु आईपीएस को हटाने सहित उन पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई है।
मुझे पिस्टल तो मिली ही नहीं
प्रशिक्षु आईपीएस उदय किरण ने बताया कि गुंडा एक्ट फाइल खोली गई है, जिसमें उनका नाम है। फाइल न खुले इसलिए दबाव बनाया जा रहा है। पुलिस ऐसे लोगों को छोड़ेगी नहीं। गुंडा-बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई करके रहूंगा। मुझे पिस्टल तो मिला ही नहीं है, तो पिस्टल तानने की बात कहां से आ गई।