डॉ. हेमंत शर्मा ने बताया कि वह पिछले 14 वर्षों से एमबीबीएस, एमडी एवं एमएस के छात्र-छात्राओं को अध्यापन कार्य कराते आ रहे हैं। वह 6वीं से 12वीं तक के बच्चों को गणित और विज्ञान पढ़ाते हैं। उन्होंने बताया कि आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने तथा अच्छा गाइडेंस की कमी कारण कुछ बच्चे बीच में ही पढ़ाई छोड़ देते हैं। ऐसे निर्धन व मध्यम वर्गीय छात्र-छात्राओं को वह सुबह 7 से 9 बजे तक नि:शुल्क ट्यूशन पढ़ाते हैं। उनके पढ़ाए गए ऐसे कई गरीब छात्र आज सरकारी नौकरी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि कई ऐसे छात्र आते हैं जो पढ़ाने में काफी तेज होते हैं, लेकिन पैसे की वजह से नहीं पढ़ पाते। वह उनके लिए फीस व पठन सामग्री उपलब्ध कराते हैं। इसमें उनकी मदद गोपाल दुबे और राघवेन्द्र शर्मा भी करते हैं।