बताया जाता है कि गृहमंत्री ने इस बात पर हैरानी जताते हुए कहा कि राज्य के पास इतने संसाधन और सुविधाओं के बावजूद इतने जवानों की शहादत हो रही है। उन्होंने कहा कि यह बात ठीक नही है। नक्सल हिंसा पर नियंत्रण स्थापित करते हुए नक्सल उन्मूलन के लिए समयबद्ध कार्यक्रम तय किए जाने चाहिए।
गृहमंत्री ने अफसरों से कहा कि 2023 तक बस्तर के मैदानी इलाकों को नक्सलियों की दहशत से मुक्त करवाने का टारगेट सेट करें। इसके बाद अबूझमाड़ में नक्सलियों की ताबूत पर कील ठोंकी जाएगी। उन्होंने कहा कि बेहतर समन्वय और तालमेल के साथ नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाए जाने चाहिए, ताकि इनके बेहतर परिणाम सामने आ सकें। बैठक में केंद्रीय गृह सचिव,डीजी सीआरपीएफ कुलदीप सिंह, डीजीपी छत्तीसगढ़ डी एम अवस्थी, डीजीपी नक्सल ऑपरेशन अशोक जुनेजा, आई जी बस्तर सुन्दरराज पी के साथ साथ कई अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
बासागुड़ा कैंप के जवानों के साथ लंच कर शाह और सीएम ने जवानों का बढ़ाया हौसला
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री भूपेश ने सोमवार को बीजापुर जिले के दूरस्थ क्षेत्र बासागुड़ा के सीआरपीएफ कैम्प में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल तथा छत्तीसगढ़ पुलिस बल के अधिकारियों एवं जवानों से चर्चा की और उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान दो मिनट का मौन धारण कर तर्रेम मुठभेड़ में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उन्होंने जवानों के साथ लंच करते हुए उनका हौसला बढ़ाया। इस मौके पर अधिकारियों एवं जवानों ने आवश्यक संसाधनों तथा सुविधाओं के लिए सुझाव दिया।
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री भूपेश ने सोमवार को बीजापुर जिले के दूरस्थ क्षेत्र बासागुड़ा के सीआरपीएफ कैम्प में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल तथा छत्तीसगढ़ पुलिस बल के अधिकारियों एवं जवानों से चर्चा की और उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान दो मिनट का मौन धारण कर तर्रेम मुठभेड़ में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उन्होंने जवानों के साथ लंच करते हुए उनका हौसला बढ़ाया। इस मौके पर अधिकारियों एवं जवानों ने आवश्यक संसाधनों तथा सुविधाओं के लिए सुझाव दिया।