इनमें से एक नेता को चुनना कांग्रेस के लिए भी चुनौतीपूर्ण है। छत्तीसगढ़, मप्र, और राजस्थान के विधायक दल की बैठक में भी फैसला आलाकमान पर छोड़ दिया गया है। यानी मुख्यमंत्री अब जयपुर, भोपाल और रायपुर में नहीं, बल्कि दिल्ली में तय होगा। संभवत: इन नामों की घोषणा गुरुवार शाम तक हो सकती है।
इधर, छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत के बाद कांग्रेस मुख्यमंत्री चुनने के लिए जूझ रही है। बुधवार रात जेल रोड स्थित एक हॉटल मेंं हुई बैठक में विधायक दल ने एक प्रस्ताव पारित कर मुख्यमंत्री चुनने का अधिकार कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को सौंप दिया।
सूत्रों के मुताबिक 14 दिसम्बर को नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है। अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के पर्यवेक्षक और लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने बताया, अब राहुल गांधी की फैसला करेंगे कि छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री कौन होगा। उन्होंने कहा, राहुल गांधी के कहने पर वे विधायकों से भी मुख्यमंत्री के रूप में उनकी पसंद पूछेंगे।
विधायक दल के प्रस्ताव और विधायकों की पसंद के बारे में वे दिल्ली जाकर राहुल गांधी को जानकारी देंगे। विधायक दल की बैठक के बाद खडग़े ने विधायकों से बंद कमरे में एक-एक कर मुलाकात की और उनसे उनकी पसंद पूछी। बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा गुरुवार शाम तक हो सकती है। मुख्यमंत्री पद के लिए मुख्य मुकाबला प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल और नेता प्रतिपक्ष रहे टीएस सिंहदेव के बीच है।
हालांकि चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत और कांग्रेस पिछड़ा वर्ग विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष ताम्रध्वज साहू भी मुकाबले में खुद को बनाए रखने की कोशिश में हैं।
नतीजे 2018 : एक नजर में
कुल – 90 सीट
कांग्रेस – 68 सीट
भाजपा – 15 सीट
जाकांछ – 05 सीट
बसपा – 02 सीट
बघेल-सिंहदेव के बीच समर्थन की जंग
सत्ता में ऐतिहासिक वापसी के साथ ही कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के बीच मुख्यमंत्री पद के लिए खींचतान शुरू हो गई है। इसके लिए विभिन्न मंचों पर समर्थन की जंग छिड़ी है। भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव के समर्थक बैनर-पोस्टर, होर्डिंग, सोशल मीडिया और भीड़ के जरिए अपने नेता को मुख्यमंत्री प्रस्तावित करने में लगे हैं। बुधवार को कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन पर कार्यकर्ताओं ने ‘हमारा मुख्यमंत्री कैसा हो, भूपेश बघेल जैसा हो,’ के नारे लगाए। नारे टीएस सिंहदेव के समर्थन में भी लगे। कहीं-कहीं से कवासी लखमा को भी मुख्यमंत्री बनाए जाने की आवाज उठी।
कार्यकर्ताओं से भी रायशुमारी
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने शक्ति ऐप के जरिए छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री का नाम तय करने के लिए कार्यकर्ताओं से भी रायशुमारी शुरू की है। ऐप से जुड़े कार्यकर्ताओं से प्रदेश के कई नामचीन चेहरे जिनमें मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल, टीएस सिंहदेव, ताम्रध्वज साहू और डॉ चरणदास महंत का नाम अव्वल है, के बारे में उनकी पसंद पूछी जा रही है।
छत्तीसगढ़ में तीन लाख कार्यकर्ता शक्ति ऐप से जुड़े हैं। इस मैसेज में राहुल गांधी फोन पर पार्टी कार्यकर्ताओं को बधाई देते सुनाई दे रहे हैं। साथ ही उनसे पूछ रहे हैं कि उनकी नजर में प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री किसे होना चाहिए, वह अपनी पसंद का नाम बताएं। कार्यकर्ताओं को बीप के बाद अपनी पसंद के उम्मीदवार का नाम बताना है।
कर्ज माफी की कवायद शुरू
कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिलने के साथ ही किसानों की कर्ज माफी की कवायद शुरू हो गई है। सहकारिता विभाग ने कांग्रेस की घोषणा का हवाला देकर प्रदेश के सभी सहकारी बैंकों के अलावा संस्थागत वित्त, इंद्रावती वन के संचालक और राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी के संयोजकों को पत्र लिखकर किसानों के कर्ज के संबंध में जानकारी मांगी।