सरकार ने PWD के तीन अफसरों को जबरन घर बैठाया, खराब परफॉर्मेंस रिकॉर्ड को बताया वजह कोर्ट का फैसला सुनते ही पुलिस ने शंकर को पकड़ लिया। उसे पुलिस अभिरक्षा में सजा के लिए जेल भेज दिया गया।लोक अभियोजन अधिकारी रंजना दत्ता ने बताया कि शंकर ने 1 सितंबर, 2014 की रात पत्नी साधना उम्र 32 साल, आठ साल के पुत्र कुणाल और 13 साल की बेटी नेहा की धारदार हथियार से मारकर हत्या कर दी थी।
मिनी इंडिया Mega kitchen, यहां हर शनिवार 32 हजार बच्चों में बंटती है साढ़े नौ हजार किलो खिचड़ी पुलिस ने तीनों की हत्या के आरोप में शंकर को गिरफ्तार किया था। उसके खिलाफ हत्या का केस कोरबा की कोर्ट में चल रहा था। शुक्रवार को अपर जिला एवं सत्र न्यायालय के न्यायाधीश प्रवीण कुमार प्रधान ने शंकर को पत्नी, बेटा और बेटी की नृशंस हत्या का दोषी माना। कोर्ट का फैसला सुनते ही पुलिस ने शंकर को पकड़ लिया। उसे पुलिस अभिरक्षा में सजा के लिए जेल भेज दिया गया।
अगर आप किसान है, तो ये खबर आपके लिए है, पढ़े एक गरीब किसान के लखपति बनने का सफर परिवारिक विवाद थी वजहघटना का कारण पारिवारिक विवाद बताया गया है। शंकर कैंसर का मरीज है। पति-पत्नी के बीच एक सितंबर की रात पैसे को लेकर विवाद हुआ था। उस दिन
गणेश चतुर्थी का पर्व था। शंकर धारदार हथियार लेकर बस्ती के बीच लहराते हुए पत्नी के पास पहुंचा। पत्नी के सिर और शरीर पर कई बार हमला किया था। उसने दोनों बच्चों को भी मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने घेराबंदी करके शंकर को पकड़ लिया था।