वेदांत के साथ उसका दोस्त भी खेल रहा था। उसने राजेश को पहचान लिया है। परिजनों से पूछताछ में पुलिस को राजेश के 16 मोबाइल नंबरों का पता चला है। पुलिस ने उन मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल और लोकेशन खंगालना शुरू कर दिया है। उन नंबरों में कब और कहां-कहां? कॉल आए हैं, उसकी जांच की जा रही है।
पुलिस ने घटना के बाद रायपुर के विभिन्न इलाकों में तलाश की। उसका पता नहीं चल पाया है। बुधवार को पुलिस की टीम ने परिजनों से विस्तृत पूछताछ की। साथ मोहल्ले वालों से भी बातचीत की। बताया जाता है कि महिला का पति अक्सर अपने ससुराल आता था और बच्चे के साथ घंटों समय बिताता था।
बच्चे के अपहरण की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने आसपास के इलाके में नाकेबंदी कर दी। मोवा से विधानसभा, बिलासपुर मार्ग, बलौदाबाजार मार्ग और मंदिरहसौद इलाकों के अलावा टाटीबंद मार्ग में भी नाकेबंदी की गई। देर रात में राजेश का अंतिम लोकेशन नांदघाट में मिला था। इसके बाद उसका मोबाइल बंद हो गया। बताया जाता है कि राजेश के पास कई मोबाइल नंबर है और उसका उपयोग वह अलग-अलग समय में करता है। इससे पुलिस की चिंता बढ़ गई है।