ग्रामीण ज्योतिषचार्य के मुताबिक इस बार 13 अक्टूबर को सुबह 10.50 से 14 अक्टूबर सुबह 9.25 बजे तक पुष्य नक्षत्र रहेगा। 13 को पुष्य नक्षत्र सर्वार्थ सिद्धियोग में खरीदारी से लाभ मिलेगा। इसी दिन मंगल, कन्या राशि में बुध, तुला राशी में गोचर करेंगे। इससे पूरे दो दिन तक खरीदारी से बाजार में धन बरसेगा। पुष्य नक्षत्र के दिन नए बही खाते और पेन आदि को खरीदकर व्यापारिक प्रतिष्ठान में रखते हैं। साथ ही सोने चांदी के आभूषण की खरीदी करते हैं।
इस समय करें खरीदारी
इस वर्ष 13 अक्टूबर को पुष्य नक्षत्र में सुबह 7: 45 के बाद लगेगा जो सायं काल तक सामानों की खरीदारी करने में अति-शुभ माना जा रहा है। प्रात: मुहुर्त में 7.30 से 9 बजे और सुबह 9 से दोपहर 1.30 तक अमृत चौघडिय़ा है। इस समय दोपहर 1.30 से सोने-चांदी, घर की बुकिंग, फर्नीचर, इलेक्टानिक सहित अन्य सामानों की खरीदारी की जा सकती है।
इस वर्ष 13 अक्टूबर को पुष्य नक्षत्र में सुबह 7: 45 के बाद लगेगा जो सायं काल तक सामानों की खरीदारी करने में अति-शुभ माना जा रहा है। प्रात: मुहुर्त में 7.30 से 9 बजे और सुबह 9 से दोपहर 1.30 तक अमृत चौघडिय़ा है। इस समय दोपहर 1.30 से सोने-चांदी, घर की बुकिंग, फर्नीचर, इलेक्टानिक सहित अन्य सामानों की खरीदारी की जा सकती है।
धनतरेस पर सुबह और सायं काल में सामानों की खरीदी शुभ है। इस दिन 10. 30 से 12 बजे तक अमृत चौघडिय़ा है। जिसमें दोपहर 1.30 से 3 बजे तक लाभ है। सायं काल 7:30 से 9 बजे तक चांदी के सामानों में खरीदी करने पर अति शुभ माना गया है।
सायं काल में इस दिन बर्तन, इलेक्टॉनिक सामान, कपड़ा सहित अन्य सामानों की खरीदी करना शुभ होगा। सोने-चांदी व वाहन की खरीदी शुभ
ज्योतिष के मुताबिक सोने चांदी के आभुषण, मोटर वाहन, जमीन प्रापर्टी, इलेक्ट्रानिक सामान, घरेलु बर्तन, कपड़े आदि की खरीदारी और युवाओं के लिए नया व्यापार शुरु करना शुभ अवसर माना जाता है। 17 अक्टूबर को घनतेरस के दिन सूर्य का राशी परिवर्तन कर तुला राशि में गोचर करेगा। इस समय गुरु भी तुला राशि में स्थित है।
ज्योतिष के मुताबिक सोने चांदी के आभुषण, मोटर वाहन, जमीन प्रापर्टी, इलेक्ट्रानिक सामान, घरेलु बर्तन, कपड़े आदि की खरीदारी और युवाओं के लिए नया व्यापार शुरु करना शुभ अवसर माना जाता है। 17 अक्टूबर को घनतेरस के दिन सूर्य का राशी परिवर्तन कर तुला राशि में गोचर करेगा। इस समय गुरु भी तुला राशि में स्थित है।
17 अक्टूबर धनतेरस, प्रदोश व्रत
18 अक्टूबर सर्वार्थ सिद्धियोग रुप
19 अक्टूबर दीपोत्सव, स्नानदान, आमावस्या
20 अक्टूबर गोवर्धन पूजन
21 अक्टूबर सर्वार्थ सिद्धियोग, त्रिपुष्कर योग में भाई दूज
18 अक्टूबर सर्वार्थ सिद्धियोग रुप
19 अक्टूबर दीपोत्सव, स्नानदान, आमावस्या
20 अक्टूबर गोवर्धन पूजन
21 अक्टूबर सर्वार्थ सिद्धियोग, त्रिपुष्कर योग में भाई दूज