script20 साल बाद भी केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से नहीं जुड़ा छत्तीसगढ़, प्रदेश की वेबसाइट में एक सप्ताह पुराना डाटा | Chhattisgarh not connected to Central Pollution Control Board | Patrika News

20 साल बाद भी केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से नहीं जुड़ा छत्तीसगढ़, प्रदेश की वेबसाइट में एक सप्ताह पुराना डाटा

locationरायपुरPublished: Jan 17, 2021 11:25:01 am

Submitted by:

Ashish Gupta

– पड़ोसी राज्यों के 10-10 जिलों की रोज की प्रदूषण रिपोर्ट केंद्र की वेबसाइट पर- प्रदेश में बढ़ रहे प्रदूषण को लेकर अधिकारी गंभीर नहीं

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रायपुर. केंद्रीय पर्यावरण संरक्षण मंडल की वेबसाइट में छत्तीसगढ़ के किसी भी जिले का डेली एयर क्वालिटी इंडेक्श में डाटा प्रदर्शित हो रहा है। जबकि छत्तीसगढ के रायपुर, भिलाई व रायगढ़ की आबोहवा खराब होने की रिपोर्ट कई बार सर्वजनिक हुई है। बतादें कि पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश, महाराट्र, झारखंड व उड़ीसा के आधा एक दर्जन से ज्यादा जिलों का डेली डाटा अपलोड किया जा रहा है। जिसे देश का हर नागरिक कभी भी देख सकता है।
सिर्फ मध्यप्रदेश के ही 10 जिले हैं जिनका डेली डाटा वेबसाइट पर प्रदर्शित किया जा रहा है। देश के प्रदूषित शहरों में सुमार हो चुके जिलों की रिपोर्ट सीपीसीबी को नहीं मिल पा रही है। अधिकारियों का दावा है कि छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल की वेबसाइट में डेली डाटा अपलोड किया जा रहा है। जब पत्रिका नें वेबसाइट खंगाली तो उसमें एक सप्ताह पुराना डाटा अपलोड किया गया है। उसमें भी रायपुर में सिर्फ एक सेंटर एनआईटी परिसर की रिपोर्ट प्रदर्शित किया जा रहा है।

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यह फायदा
– शहर का एयर क्वालिटी स्टेटस और ट्रेंड का पता लगेगा।
– स्वास्थ्य को होने वाले नुकसान का आकलन करना आसान होगा।
– शहर के आसपास एयर क्वालिटी डाटा के आधार पर इंडस्ट्री स्थापित करने और टाउन प्लानिंग में मदद मिलेगी।

जागरुकता के लिए जरूरी
सिस्टम के अपडेट होने से अलग-अलग माध्यमों से उत्सर्जित होने वाले धुंए का जो रीयल टाइम डाटा सामने आएगा, उससे नागरिकों को शहर में वायु प्रदूषण की स्थिति का पता लगेगा। इससे नागरिकों में वाहनों के रखरखाव के साथ ही पर्यावरण को साफ बनाए रखने के प्रति जागरूकता बढ़ेगी। वायु प्रदूषण के लिए उद्योगों की चिमनियों से निकलने वाला धुआं के साथ वाहनों के ईधन भी प्रमुख रूप से जिम्मेदार है।

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छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल सचिव सदस्य आरपी तिवारी ने कहा, केंद्रीय वेबसाइट में डेटा अपलोड नहीं किया जा रहा है लेकिन छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल की वेबसाइट में व्हीकली डाटा अपलोड किया जा रहा है जो कोई भी देख सकता है।

यह हैं तय मानक
80 सल्फर डाय ऑक्साइड
80 नाइट्रोजन डाय ऑक्साइड
100 पर्टिकुलेट मैटर 10 माइक्रो मीटर से कम
60 पर्टिकुलेट मैटर 2.5 माइक्रो मीटर से कम
1.0 लैड की मात्रा

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