क्या था मामला
वर्ष 2013 में प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी की रायपुर में सभा आयोजित होने वाली थी। पटना और बोधगया में बम ब्लास्ट का मास्टरमाइंड आतंकी उमेर सिद्दकी के रायपुर में सक्रिय होने का पता चला। इसके बाद एटीएस ने उमेर को गिरफ्तार किया। साथ ही सिमी के 16 अन्य लोगों को पकड़ा गया। इनमें एक सहयोगी अजहरूद्दीन भी था। सिमी से जुड़े 17 लोगों को जेल भेजा गया था। इसके बाद से अजहरूद्दीन फरार था। आरोपियों के खिलाफ सिविल लाइन थाने में अपराध दर्ज है।
पूरा इंतजाम करता था आतंक
आतंकी उमेर के साथ अब्दुल वहीद लंबे समय से रायपुर में सक्रिय था। दोनों के आने-जाने के लिए टिकट, मोबाइल सिम आदि का इंतजाम अजहरूद्दीन ही करता था। साथ ही मोटीवेशनल मीटिंग में लोगों को ले जाने और लाने के लिए वाहनों की व्यवस्था, ठहरने के लिए होटल-लॉज आदि की पूरी व्यवस्था अजहरूद्दीन ही करता था।