साल 2010 से 2015 के बीच हुआ ये खेल
आपको बता दें कि आउअ आफ टर्न प्रमोशन साल 2010 से 2015 के बीच हुए थे। जिसके बाद इनके आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पर लगातार सवाल उठ रहे थे। इसके बाद मामले की जांच के लिए पांच सदस्यीय समिति का गठन किया गया था। पदोन्नति पाने वालों एक एएसआई, एक एसआई और 4 हवलदार शामिल हैं। पांच सदस्यीय टीम ने अपनी रिपोर्ट डीजीपी (Chhattisgarh DGP DM Awasthi
) को सौंपी जिसमें गलत प्रमोशन पाने के मामले को खुलासा हुआ।
जांच रिपोर्ट में ऐसा बताया गया है कि ये प्रमोशन हुआ, तब ऐसी कोई स्थिति नहीं थी कि इन पुलिसकर्मियों का आउट ऑफ टर्न प्रमोशन किया जाए। किसी प्रमोशन के संबंध में किसी तरह की बैठक और न ही कोई अनुशंसा पाई गई। इन सब बातों के सामने आने के बाद डीजीपी डीएम अवस्थी ने इस संबंध में बुधवार की देर रात आदेश निकाल कर इन सभी पुलिस अधिकारियों, कर्मचारियों का डिमोशन आदेश जारी किया गया है।
इनका हुआ डिमोशन
एसआई अम्बरीश शर्मा का एएसआई के पद पर डिमोशन हुआ। एएसआई अंगनपल्ली गणपत राव को वापस हवलदार बनाने के जारी किया गया। हवालदार रंजीत पिल्ले को वापस बनाया आरक्षक बनाया गया। हवलदार अतुलेश राय और राकेश जाट समेत अवधेश यादव को आरक्षक बनाने के आदेश डीजीपी डीमएम अवस्थी ने जारी किया है।