scriptडीएसपी-एएसपी प्रमोशन घोटाला 2016 का, और डीजीपी ने जांच बैठा दी 2010-2015 की | CHHATTISGARH POLICE : dsp, asp promotion scam | Patrika News

डीएसपी-एएसपी प्रमोशन घोटाला 2016 का, और डीजीपी ने जांच बैठा दी 2010-2015 की

locationरायपुरPublished: Jul 26, 2019 02:01:42 am

Submitted by:

Anupam Rajvaidya

पुलिस अधिकारियों के प्रमोशन नियम-कायदे को ताक पर रख किए गए
वर्ष 2010 से 2015 के बीच हुई पदोन्नतियों (promotion) में गड़बड़ी की जांच के आदेश
एडीजी अशोक जुनेजा (Ashok Juneja) को जांच समिति का अध्यक्ष बनाया गया
पांच सदस्यीय समिति दस्तावेजों की जांच और परीक्षण करेगी

cgnews

डीएसपी-एएसपी प्रमोशन घोटाला 2016 का, और डीजीपी ने जांच बैठा दी 2010-2015 की

रायपुर. छत्तीसगढ़ पुलिस (Chhattisgarh Police) में वर्ष 2010 से 2015 के बीच हुई पदोन्नतियों में गड़बड़ी की जांच के आदेश दिए गए हैं। डीजीपी (DGP) डी.एम. अवस्थी (DM Awasthi) द्वारा गुरुवार को जारी किए गए इस आदेश में पांच सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। यह समिति दस्तावेजों की जांच और उनका परीक्षण करेगी। दिलचस्प यह है कि महकमे में डीएसपी (DSP) और एएसपी (ASP) रैंक के अधिकारियों की पदोन्नति (promotion) में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी वर्ष 2016 के बाद हुई है, उसपर पुलिस मुख्यालय (PHQ) ने चुप्पी साध रखी है।

अधिकारियों को बचाने की हो रही कोशिश
पुलिस सूत्रों की मानें तो इस आदेश से केवल एसआई (SI) और उनसे नीचे रैंक के पुलिसकर्मियों की ही जांच हो सकेगी, जबकि 2015 के बाद डीएसपी (DSP) और एएसपी (ASP) रैंक पर प्रमोशन (promotion) में जमकर गड़बडिय़ां की गई हैं। विभागीय परीक्षा में फेल होने वाले डीएसपी के प्रमोशन को लेकर पूर्व डीआईजी (DIG) और अब तमिलनाडु में कैडर स्थानांतरण (transfer) पर गई सोनल मिश्र ने अधिकारियों को पत्र भी लिखा था, लेकिन उसपर कोई कार्रवाई नहीं की गई। बताया जा रहा है कि पुलिस मुख्यालय (PHQ) से उनका प्रतिवेदन गायब हो चुका है। सूत्रों की मानें तो आज भी पुलिस महकमे में मौजूद कई अफसर उन लोगों को बचाने में लगे हैं जिन अधिकारियों के प्रमोशन नियम-कायदे को ताक पर रख किए गए हैं।

दस्तावेज की होगी जांच
डीजीपी (DGP) अवस्थी द्वारा जारी आदेश में एडीजी (प्रशासन) अशोक जुनेजा (Ashok Juneja) को समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। डीआईजी (DIG) (एसआईबी) सुंदरराज पी. (Sunderraj P.), डीआईजी (प्रशासन) ओ.पी. पॉल (OP Paul), डीआईजी (अपराध अनुसंधान विभाग) एस.सी. द्विवेदी (SC Dwivedi) और डीआईजी (गुप्तवार्ता) अजय यादव (Ajay yadav) को सदस्य बनाया गया है। समिति को अविलंब समस्त दस्तावेज की जांच कर अनुशंसा सहित प्रकरण व जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने कहा गया है।

ट्रेंडिंग वीडियो