कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन पहुंचे गृहमंत्री मंत्री ने संवाददाताओं से बातचीत में बताया कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात बहुत से लोग अपने गृह जिलों में लौटना चाहते हैं, लेकिन वहां की मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए सभी का तबादला नहीं किया जा सकता। ऐसे में प्रस्ताव बनाया जा रहा है कि आगे से सभी भर्तियों में उसी जिले के लोगों को लिया जाए।
इधर, 2017 में हुई पुलिस भर्ती परीक्षा के परिणामों पर असमंजस जारी है। इससे जुड़े सवाल पर गृहमंत्री ने कहा, अभी इसका परीक्षण किया जा रहा है। उन्होंने भर्ती रद्द करने अथवा परीक्षा परिणाम घोषित होने की परिस्थितियों से इनकार किया।