बजट में केंद्र सरकार से मांगे 16 करोड़ रुपए
राज्य पुलिस ने केंद्र सरकार से 16 करोड़ रुपए से अधिक की बजटीय मदद मांगी है, ताकि माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस बलों को आधुनिक और सटीक बनाया जा सके। केंद्रीय गृह मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव विवेक भारद्वाज ने कहा, पुलिस आधुनिकीकरण के लिए राज्यों की जो भी आवश्यकताएं होंगी, उन पर विचार कर जल्द से जल्द प्रस्तावों को स्वीकृति दी जाएगी।
दूसरे राज्यों ने भी अपने प्रस्ताव रखे
दूसरे राज्यों ने भी अपनी जरूरतों के मुताबिक अपने प्रस्ताव रखे। इसमें खास किस्म के हथियार, अत्याधुनिक फॉरेंसिक लैब, फॉरेंसिक रिकवरी और एनालिसिस सॉफ्टवेयर, सायबर क्राइम इन्वेस्टिगेशन टूल किट, थर्मर इमेजर, इन्टरनेट एविडेंस फाइन्डर, टॉवर सर्वर, फायरिंग सिमुलेटर की जरूरतों पर जोर था।
रात के अंधेरे में प्रहार करने की क्षमता
असॉल्ट राइफल और कार्बाइन नजदीकी लड़ाई में काफी कारगर होती हैं। इन हथियारों में रात में देखने की क्षमता भी होगी जो पुराने एके-47 जैसे हथियारों में नहीं होती थी।
गोली चलाने के तीन विकल्प हैं
असॉल्ट राइफल में गोली चलाने के तीन विकल्प हैं। सिंगल बस्र्ट जिसमें हर बार गोली चलाने के लिए ट्रिगर दबाना पड़ता है। दूसरा ऑप्शन है ट्रिपल बस्ट, इसमें एक बार ट्रिगर दबाने पर तीन गोलियां फायर की जा सकती हैं और तीसरा विकल्प है फ़ुल ऑटोमैटिक, जब तक ट्रिगर दबा रहेगा फायर होती रहेगी। जवानों को सबसे ज़्यादा जरूरत ट्रिपल बस्र्ट की होती है।