शिकायत के बाद कलक्टर ने पुलिस अधीक्षक को मामले पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी ने थाना प्रभारी को जमकर फटकार लगाते हुए कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। परिजनों का अरोप है कि जब वो मामले की शिकायत लेकर विधानसभा थाने पहुंचे तो उन्हें उल्टा कार्रवाई का डर दिखा कर पीडि़ता और परिजनों को वापस भेज दिया।
मामला सड्डू बीएसयूपी कॉलोनी का जिसकी शिकायत करने 25 से ज्यादा महिलाएं पहुंची थी। महिलाओं ने पत्रिका को बताया कि मामला 10 दिन पुराना है। तीन बच्चियों के साथ दुष्कर्म हुआ। आरोपी अमरदास नायक द्वारा 10 वर्षीय बच्ची के साथ उसके मामा ने ही दुष्कर्म किया। साथ ही 6 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म का प्रयास किया गया। घटना के बाद से ही आरोपी फरार है।
उल्टा डराया परिजनों को
घटना की शिकायत करने जब पीडि़त थाने पहुंचे तो थाना प्रभारी द्वारा कहा गया कि जांच में अगर कुछ नहीं पाया गया तो आपके ऊपर एफआईआर किया जाएगा। पहले भी तीन बच्चियों से दुष्कर्म इन दोनों ने किया लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। पीडि़त परिवार से जबरदस्ती ये लिखवाया गया कि वो कार्रवाई नहीं चाहते। एसपी ने थानेदार को बुलाकर कार्रवाई करने को कहा है। पीडि़तों को मुलायजा के लिए भेजा गया। हम चाहते हैं तीनों मामले में कार्रवाई की जाए।
10 दिन से थाने के चक्कर लगा रहे परिजन
10 दिन पहले नाबालिक बच्ची से उसके ही मामा ने दुष्कर्म किया था। जिसके बाद बच्ची के माता-पिता ने रिपोर्ट लिखाने थाने गए, लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं किया गया। 15 दिनों तक घुमाया गया। जिसके बाद पीडि़त परिवार कॉलोनी निवासियों के साथ मिलकर कलक्टर के पास पहुंचे।