आगे के मैचों के लिए क्या तैयारी है?
गुजरात के खिलाफ मुझे दो ओवर ही बल्लेबाजी के लिए मिले थे, जिसमें मुझे खुद को साबित करना था। आईपीएल के अगले मैचों में मुझे मैच दर मैच खुद को और अधिक बेहतर करना है। मैं बल्लेबाजी के अलावा गेंदबाजी में भी टीम के लिए अपना योगदान देना चाहता है।
आईपीएल में पहली बार बल्लेबाजी करते समय क्या योजना थी?
मुझे पांच मैचों के इंतजार के बाद बल्लेबाजी करने का मौका मिला। मैदान में उतरते समय कोच ब्रायन लारा ने मेरा हौसला बढ़ाया और उन्होंने कुछ नया ट्राई न करके नॉर्मल खेलने की सलाह दी। उनकी सलाह पर ही मैंने अपना नेचुरल गेम खेला। अच्छी पारी खेलने से अपनी टीम के स्कोर को मजबूत करने सफल रहा।
घरेलू क्रिकेट से आईपीएल तक सफर कैसे तय किया?
पापा की इच्छा व सलाह पर 5 साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू किया। पहले मुंबई में शुरुआती कोचिंग हुई। 15 साल की उम्र से प्रोफेशनल क्रिकेट की शुरुआत की। मेरे खेल में सबसे अधिक निखार छत्तीसगढ़ से जुडऩे के बाद आया। तीन साल से मैं छत्तीसगढ़ में प्रैक्टिस कर रहा हूं। पिछले तीन साल से आईपीएल के लिए चुना जाता रहा, लेकिन प्लेइंग इलेवन में खेलने का मौका इस सत्र में मिला। अब टीम इंडिया पर फोकस करना है।
छोटे शहरों के खिलाड़ी भी देखेंगे सपना
शशांक ने कहा मेरी इस पारी से छोटे शहरों के क्रिकेटरों को प्रोत्साहन मिलेगा। वे भी अब आईपीएल जैसे बड़े टूर्नामेंटों में खेलने का सपना देखेंगे। टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने भी इस बात को ट्वीट करके कहा है कि शशांक की पारी से छोटे शहरों के क्रिकेटरों के लिए संजीवनी का काम करेगी।
गेंदबाज कोई भी रहो, गेंद पर रहा फोकस
आईपीएल-15 के सबसे तेज गेंदबाज लॉकी फग्र्युसन के खिलाफ अंतिम ओवर में लगातार तीन छक्के जडऩे के सवाल पर शशांक ने कहा कि बल्लेबाजी में उतरने से पहले कोच लारा ने गेंद पर फोकस करने के लिए कहा था। उनकी सलाह मानते हुए गेंदबाज को नहीं सिर्फ उसकी गेंद पर निगाहें जमाई, जिसके कारण छक्कों की हैट्रिक लगाने में सफल रहा।