9 अगस्त की है घटना
घटना पांच दिन पुरानी है। सरोना रेलवे स्टेशन के पास सरस्वती नगर थाने में पदस्थ आरक्षक मुकेश ठाकुर, कबीर नगर का कांस्टेबल अनिल राजपूत और आमानाका थाने में पदस्थ कृष्णा राजपूत खड़े थे। इस दौरान एक घुमंतू बच्चा उधर से गुजर रहा था। नाबालिग को पॉकेटमार समझकर तीनों ने पकड़ लिया। इसके बाद उससे मारपीट करने लगे।
यात्री ने बनाया वीडियो
बच्चे की पिटाई करते हुए दृश्य को ट्रेन में सवार किसी यात्री ने मोबाइल से कैद किया। पूरे दृश्य का वीडियो बनाया। इसके बाद सोशल मीडिया में वायरल कर दिया। इससे यह वीडियो तेजी से एक गु्रप से दूसरे गु्रप में घूमता रहा। इसके बाद रायपुर पहुंचा। एसएसपी शेख को भी इसकी जानकारी दी गई।
यह भी होता है
रायपुर से दुर्ग-भिलाई, बिलासपुर तक चलने वाली लोकल और एक्सप्रेस ट्रेनों में कई घुमंतू बच्चे मंडराते रहते हैं। इनमें से कुछ चोरी व पॉकेटमारी करते हैं। पुलिस अपने रूटीन कार्य के तहत इन बच्चों पर नजर रखती और कभी-कभी बाल कल्याण अधिकारी के साथ मिललकर पूछताछ भी करती है। स्टेशनों में भी इस तरह के बच्चे मंडराते हैं। महिला बाल विकास विभाग ऐसे बच्चों को लेकर कोई पहल नहीं करती हैं।
निलंबित हुए, विभागीय जांच भी
मामले की जानकारी होने के बाद एसएसपी ने तीनों आरक्षकों को लाइन अटैच किया। इसके कुछ घंटों के बाद ही तीनों को निलंबित कर दिया गया। साथ ही पूरे मामले की जांच के लिए डीएसपी स्तर के अधिकारी से विभागीय जांच करवाई जा रही है।chhattisgarh cops