चार सगी बहनों ने बुनियाद बेटियां अनमोल फउंडेशन बनाया। फिर यह तय किया कि लावारिस शवों का वह खुद कफन-दफन कराने श्मशानघाट तक जाएंगी। इस काम में इन चार बहनों ने छोटे भाई की पत्नी के साथ लोगों की मदद करने के लिए एक नई पहल करते हुए सामने आईं।
फाउंडेशन की अध्यक्ष डॉ निम्मी चौबे ने बताया कि बुधवार को सुबह आमानाका थाना, मंदिर हसौद और मौदहापारा से सूचना मिली कि 7 लावारिस शवों का कफन-दफन करना है। इसके बाद शव का पोस्टमार्टम कराने डॉक्टर अंबेडकर स्थित मरचुरी पहुचे। जिनमें से तीन शवों का पोस्टमार्टम ही हो पाया। फिर तीनों शवों को कोटा स्थित श्मशानघाट में विधि-विधान से कफन-दफन किया गया। इस मौके पर पुलिस के जवान भी मौजूद थे।
चार लावारिस शवों का आज करेंगी अंतिम संस्कार
चार लावारिस शवो का कफन-दफन गुरुवार को किया जाएगा। इस तरह के कार्यों के साथ ही असहाय और गरीब परिवारों को परिजनों का अंतिम संस्कार करने में आने वाली परेशानियों में भी मदद करने का निर्णय लिया है। बुनियाद बेटी अनमोल फाउंडेशन की उपाध्यक्ष डॉ.़शोभना तिवारी, सचिव एकता शर्मा, संरक्षक प्रतिभा चौबे, धनश्री चौबे मुख्य रूप से सहयोगी हैं ।
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