रायपुर

रियो-टिंटो को न्योता देने पर विधानसभा में हंगामा, कांग्रेस के 29 विधायक निलंबित

‘पत्रिका’ में प्रकाशित खबर के बाद विपक्ष के स्थगन पर तीखी बहस

रायपुरFeb 20, 2018 / 11:37 am

चंदू निर्मलकर

रायपुर . विधानसभा के बजट सत्र में सोमवार को देश के सबसे बड़े बैकिंग घोटाले के आरोपी नीरव मोदी के मामले में जमकर हंगामा मचा। इसी माह 17 फरवरी को पत्रिका में नीरव मोदी के ऑस्ट्रेलियाई पार्टनर रियो-टिंटो को छत्तीसगढ़ सरकार का न्योता’ शीर्षक से प्रकाशित खबर के बाद सवालों के कटघरे में खड़ी सरकार को विपक्ष ने प्रश्नकाल के बाद स्थगन प्रस्ताव की सूचना देकर घेरा, लेकिन आसंदी ने स्थगन पर चर्चा को यह कहते हुए नामंजूर कर दिया कि आरोप कल्पनाओं पर आधारित है। आसंदी की इस व्यवस्था के बाद विपक्ष ने मुख्यमंत्री इस्तीफा दो… छोटे मोदी को वापस लाओ’ जैसे नारे लगाए। विपक्षी सदस्यों के शोर-शराबे और हंगामे की वजह से सदन की कार्रवाई पांच मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। जब दोबारा कार्रवाई प्रारंभ हुई तब अध्यक्ष ने सभी 29 कांग्रेस सदस्यों को निलंबित कर दिया।

बचाव की मुद्रा में आया सत्तापक्ष
दोबारा कार्रवाई के दौरान कांग्रेस के भूपेश बघेल ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री जब आस्टे्रलिया के दौरे पर थे तब उन्होंने नीरव मोदी की पार्टनर कंपनी को छत्तीसगढ़ की अकूत खनिज संपदा को लूटने का न्योता दिया था। सरकार को यह साफ करना चाहिए कि एक ब्लैक लिस्टेड कंपनी पर सरकार मेहरबान क्यों थी? कांग्रेस के वरिष्ठ सदस्य सत्यनारायण शर्मा ने जैसे ही यह कहा कि मोदी के दो आगे मोदी… मोदी के दो पीछे मोदी…’सदन में सत्तापक्ष के सदस्यों ने आक्रामक होकर बचाव की मुद्रा अख्तियार कर ली। संसदीय कार्यमंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि विपक्ष के आरोप पूरी तरह से अनर्गल और तथ्यहीन है। सदन में इस इस मसले को लेकर काफी देर तक नारेबाजी होती रही। इस बीच अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल ने ध्यानाकर्षण पर चर्चा के लिए सदस्यों का नाम पुकारा, लेकिन कांग्रेस के सदस्य तब भी शांत नहीं हुए और नारेबाजी करते हुए गर्भगृह तक चले गए। यहां भी विपक्षी सदस्यों ने जमीन पर बैठकर नारेबाजी की।

डॉ. रमन सिंह ने क्या बोला

कांग्रेसियों को रात को सपने में भी कोई बात आती है तो वे उसे सुबह आकर सदन
में उठा देते हैं। रियो- टिटों को सबसे ज्यादा परमीशन तो कांग्रेस की सरकार में
दिया गया था। हम हर सार्थक पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन कांग्रेस के आरोप बेबुनियाद और कल्पना पर आधारित है।

पता नहीं मुख्यमंत्री क्यों यह मानने को तैयार नहीं है कि उन्होंने आस्टे्रलिया के दौरे के दौरान ब्लैक लिस्टेड कंपनी रियो-टिटों को छत्तीसगढ़ आने का न्योता दिया था। जो कंपनी छत्तीसगढ़ में हवाई सर्वे के बाद भी भाग खड़ी हुई थी उस कंपनी पर मेहरबानी समझ से परे है। मुख्यमंत्री ने नीरव मोदी की पार्टनर कंपनी को छत्तीसगढ़ आने का न्योता देकर कई आशंकाओं को जन्म दे दिया है।
भूपेश बघेल प्रदेश, अध्यक्ष कांग्रेस
नीरव मोदी की पार्टनर कंपनी के खिलाफ नार्वे, ब्रिटेन और अमरीका में गंभीर जांच चल रही है। नीरव की पार्टनर ंकंपनी ने अफ्रीका और चीन में भी बड़े घोटाले किए हैं, लेकिन अफसोस की बात है कि मुख्यमंत्री उसे छत्तीसगढ़ के खनिज संसाधनों को सौंपने का न्योता देने गए थे। विपक्ष ने इस विषय पर स्थगन लगाया था, लेकिन चर्चा नहीं हो पाई।
टीएस सिंहदेव, नेता प्रतिपक्ष
 

3695 करोड़ का घपला, इधर, रोटोमैक का मालिक हिरासत में

कानपुर ञ्च पत्रिका. लिखते लिखते लव हो जाए टैग लाइन वाली रोटोमैक पेन कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी को हिरासत में ले लिया गया है। सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने विक्रम कोठारी, साधना कोठारी, राहुल कोठारी और कुछ बैंक अधिकारियों के खिलाफ ब्याज सहित 3695 करोड़ के घोटाले का मामला दर्ज किया है।
बैंक ऑफ बड़ौदा की शिकायत के मुताबिक इन लोगों ने 7 बैंकों से 3,695 करोड़ की धोखाधड़ी की। सोमवार को हुई छापेमारी में 5 सदस्यीय सीबीआई और ईडी की संयुक्त टीम ने कोठारी परिवार के सभी सदस्यों के पासपोर्ट और मोबाइल कब्जे में ले लिए। विक्रम ने ये लोन पेन के कारोबार के
लिए नहीं, बल्कि सिंगापुर की बरगदिया ब्रदर्स कंपनी से दिखावे के तौर पर गेहूं के आयात के लिए लिया था।

दरअसल, बैंक से लोन मंजूर होने के बाद इससे गेहूं का कोई आयात नहीं किया गया। यह पैसा पहले तो दिखावे के लिए बरगदिया ब्रदर्स को जाता था, फिर वहां से रोटोमैक कंपनी के खाते में आ जाता था। विक्रम और उसके परिजनों के लैपटॉप, आईफोन और आईपैड भी लेकर जांच की जा रही है।

बैंक अधिकारियों ने साधी चुप्पी :

अनियमित तरीके से विक्रम कोठारी को लोन देने के मामले में स्थानीय बैंक अधिकारियों ने चुप्पी साध रखी है। विक्रम कोठारी पर जिन बैंकों का लोन है, उनमें बैंक ऑफ बड़ौदा, इंडियन ओवरसीज बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, इलाहाबाद बैंक और यूनियन बैंक शामिल हैं।
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