बड़ा खुलासा: व्यापमं का क्लर्क युवाओं को एग्जाम में एेसे कराता था सेलेक्शन
पुलिस का दावा है कि पकड़े गए आरोपियों को गिरोह का मास्टरमाइंड ही स्टूडेंट्स से जुड़ा डेटा उपलब्ध कराता था और उसी के आधार पर आरोपी संबंधित स्टूडेंट्स को व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश दिलाने का झांसा देते थे।व्यापमं ने व्याख्याता भर्ती परीक्षा के आवेदकों को किया अलर्ट, कहा – एेसे कॉल आएं तो रहे सावधान
साइबर क्राइम डीएसपी अभिषेक माहेश्वरी ने कहा, मास्टर माइंड के मिलने के बाद डेटा मिलने की पूरी जानकारी सामने आएगी। फिलहाल पुलिस की टीम आरोपी की तलाश में लगी हुई है।डेटा कैसे मिला अब तक खुलासा नहीं
व्यापमं (Chhattisgarh Vyapam) के अलावा पुलिस को दोनों ठगों के पास से अन्य परीक्षाओं के स्टूडेंट्स से संबंधित जानकारियां भी मिली है। ये जानकारियां आरोपियों तक कैसे और कहां से पहुंची। इसका पता पुलिस नहीं लगा पाई है। पुलिस का दावा है कि पकड़े गए दोनों आरोपियों ने दो दिन की रिमांड में डेटा से संबंधित कोई जानकारी नहीं दी है। आरोपियों को गिरोह का मास्टर माइंड स्टूडेंट्स की जानकारी उन्हें भेज देता था।Chhattisgarh Vyapam