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व्यापमं का क्लर्क बताकर स्टूडेंट्स को करता था फोन, भर्ती परीक्षा में सेलेक्शन का देता था झांसा

locationरायपुरPublished: Aug 12, 2019 03:10:45 pm

Submitted by:

Ashish Gupta

Chhattisgarh Vyapam: छत्तीसगढ़ व्यायसायिक परीक्षा मंडल (CGVYAPAM) के नाम पर स्टूडेंट्स को विभिन्न पाठ्यक्रमों में एडमिशन कराने का झांसा देने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड का अब तक पता नहीं चल पाया है।

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रायपुर. Chhattisgarh Vyapam: छत्तीसगढ़ व्यायसायिक परीक्षा मंडल (CGVYAPAM) के नाम पर स्टूडेंट्स को विभिन्न पाठ्यक्रमों में एडमिशन कराने का झांसा देने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड का अब तक पता नहीं चल पाया है। उनकी तलाश में पुलिस तीन राज्यों में छापेमारी कर चुकी है। पहले बिहार, फिर दिल्ली अब कोयंबटूर में भी आरोपी का पता नहीं चला है।

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पुलिस का दावा है कि पकड़े गए आरोपियों को गिरोह का मास्टरमाइंड ही स्टूडेंट्स से जुड़ा डेटा उपलब्ध कराता था और उसी के आधार पर आरोपी संबंधित स्टूडेंट्स को व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश दिलाने का झांसा देते थे।
बतादें कि व्यापमं (Chhattisgarh Vyapam) के सलाहकार डॉ. प्रदीप चौबे ने राखी थाने में हेमसागर के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज कराया था। हेमसागर खुद को व्यापमं (CG Vyapam) का कर्मचारी बताकर स्टूडेंट्स और उनके परिजनों को फोन करके बीएससी नर्सिंग में प्रवेश दिलाने का झांसा देता था।
पुलिस ने हेमसागर के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी थी। उसका लोकेशन बिहार के नवादा का मिला। इसके बाद पुलिस ने वहां से सीजन कुमार और संदीप उर्फ सोनू को पकड़ा था।

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साइबर क्राइम डीएसपी अभिषेक माहेश्वरी ने कहा, मास्टर माइंड के मिलने के बाद डेटा मिलने की पूरी जानकारी सामने आएगी। फिलहाल पुलिस की टीम आरोपी की तलाश में लगी हुई है।

डेटा कैसे मिला अब तक खुलासा नहीं
व्यापमं (Chhattisgarh Vyapam) के अलावा पुलिस को दोनों ठगों के पास से अन्य परीक्षाओं के स्टूडेंट्स से संबंधित जानकारियां भी मिली है। ये जानकारियां आरोपियों तक कैसे और कहां से पहुंची। इसका पता पुलिस नहीं लगा पाई है। पुलिस का दावा है कि पकड़े गए दोनों आरोपियों ने दो दिन की रिमांड में डेटा से संबंधित कोई जानकारी नहीं दी है। आरोपियों को गिरोह का मास्टर माइंड स्टूडेंट्स की जानकारी उन्हें भेज देता था।Chhattisgarh Vyapam

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