10वीं-12वीं के स्टूडेंट्स के लिए जरूरी खबर, बोर्ड परीक्षा को लेकर हो सकता है ये बड़ा बदलाव
मुख्यमंत्री ने कहा है कि हमारे संविधान की प्रस्तावना के पहले वाक्य ‘हम भारत के लोग‘ ने 26 जनवरी 1950 से लेकर आज तक भारत के जनमन में लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति भरोसे को बनाए रखा है। विविध रंगों से सजे भारत के लिए हमारे पुरखों ने एक ऐसी बुनियाद रखी, जिसमें देश की एकता और अखण्डता, हर एक व्यक्ति की स्वतंत्रता, भाईचारा, समानता और न्याय समाहित है। संविधान की यही मूल भावना है। चुनौतियों से भरे इस समय में संविधान की भावना को बनाए रखने के लिए छत्तीसगढ़ हमेशा प्रतिबद्व है।सनकी है यह शख्स! आग तापने के लिए घर के बाहर खड़ी गाड़ियों को जला देता था
इन योजनाओं के क्रियान्वयन के फलस्वरूप छत्तीसगढ़ में आर्थिक बदलाव का नया युग प्रारंभ हुआ है। कोरोना संकट के दौरान गरीबों, मजदूरों, मध्यम वर्ग और किसानों को राहत देने के लिए कई नए फैसले लिए गए। कोरोना महामारी से निपटने में कोरोना वॉरियर्स सहित समाज के सभी वर्गाें, सामाजिक संगठनों की भूमिका महत्वपूर्ण रही। श्री बघेल ने प्रदेशवासियों से पुरखों की परिकल्पना के अनुरूप गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ में सक्रिय भागीदारी का आव्हान किया है।