छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव में कई रंग देखने को मिलते हैं। मतदाता सूबे के मंत्रियों को भी हराने से गुरेज नहीं करते हैं। राज्य निर्माण के बाद मंत्रियों व राज्यमंत्रियों को हार का सामना करना पड़ता रहा है। पिछले चार विधानसभा चुनाव में 31 मंत्रियों को जनता ने नकार दिया है। वर्ष 2023 के चुनाव में भी प्रारंभिक सर्वे के मुताबिक दो मंत्रियों की सीट खतरे में दिखाई दे रही है। वहीं चार मंत्रियों की सीट पर कांटे की टक्कर बताई जा रही है।
राज्य निर्माण के बाद छत्तीसगढ़ के 23 विधायकों को मंत्री और राज्य मंत्री का दर्जा दिया गया था। इसमें से 13 मंत्री व राज्य मंत्री अपना चुनाव हार गए थे। इनमें डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकार, अमितेष शुक्ला, बीडी कुरैशी, धनेश पाटिला जैसे दिग्गज नेताओं के नाम शामिल थे। इस दौरान भाजपा की सरकार बनी। इसके बाद हुए चुनाव में भाजपा के चार मंत्रियों को हार का सामना करना पड़ा था।