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गर्मी के मौसम में अघोषित बिजली कटौती से नगरवासी परेशान, 24 घंटे में 5 से ज्यादा बार होती है सप्लाई बंद

locationरायपुरPublished: Jun 03, 2020 03:50:41 pm

Submitted by:

Karunakant Chaubey

आधे घंटे बाद एक घर मे लाइट आयी तो उम्मीद लगी कि घरों में भी बिजली आ जाएगी लेकिन इसके लिए लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ा और सुबह 5:30 बजे बिजली आई।

रायपुर. कुछ महीनों से आए दिन अघोषित रूप से हो रही बिजली कटौती के चलते नगरवासी एवं व्यवसायियों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिससे लोगों में बिजली कंपनी के प्रति रोष व्याप्त है। खरोरा व आसपास के अधिकतर गांवों में इन दिनों 24 घंटे में 5 से 10 बार बिजली सप्लाई का बंद होना आम हो गया है। सुबह से दोपहर तक तेज धूप एवं गर्मी भरे वातावरण को सहने के बाद शाम-रात को भी व्यापारियों, नगरवासियों एवं ग्रामवासियों को राहत नहीं मिल रही है।

कुछ घंटे के अंतराल में बार-बार हो रही कटौती

बिजली कंपनी द्वारा बार-बार की जा रही कटौती पर नाराजगी जताते हुए नगर के निवासी अभिषेक अग्रवाल, सावित्री बाई, अमित साहू सहित नगरवासियों ने कहा कि कुछ महीनों से आए दिन कुछ घंटे के अंतराल में बार-बार बिजली गुल हो रही है जिससे सभी घर-परिवार के लोग समुचित बिजली की सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हैं।

हर दिन हो रही परेशानी

रोजाना का हाल क्या बताएं 29 मई की दरम्यानी रात ही 10 बजे लाइट व सभी घरों की बिजली बंद हो गई। बिजली बंद होने से गर्मी भरे माहौल में लोगों की नींद टूट गई और वे बिजली आने का इंतजार करने लगे थे। आधे घंटे बाद एक घर मे लाइट आयी तो उम्मीद लगी कि घरों में भी बिजली आ जाएगी लेकिन इसके लिए लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ा और सुबह 5:30 बजे बिजली आई। जिसके बाद सुबह 9:30 बजे पून: बिजली बंद हो गई और 15 मिनट बाद आई बिजली फि र से 10:15 बजे बंद हो गई जो 10:30 बजे वापस आई।

इसके बाद दोपहर 1 बजकर 20 मिनट पर पुन: बिजली बंद हो गई जो 15 मिनट बाद वापस आई। इस तरह से देखा जाए तो 24 घंटे में किश्तों मेें 4 घंटे 15 मिनट तक बिजली बंद रही। यह सिर्फ एक दिन की बात नहीं है, कुछ महीनों से रोजाना यही हाल हो रहा है जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

बिना मौसम खराबी की जा रही कटौती

इसी तरह वार्ड 1, 2 और 12 सहित अन्य वार्ड एवं ग्राम केशला, फ रहदा के लोगों एवं व्यापारियों का कहना है कि कुछ मौकों पर तेज हवाएं चलने और बूंदाबांदी होने पर सुरक्षात्मक दृष्टि से बिजली सप्लाई को बंद किया जाना तो समझ में आता है लेकिन मौसम की खराबी हुए बिना बिजली कंपनी द्वारा आए दिन बार-बार बिजली सप्लाई को बंद कर नगरवासियों को परेशान किया जाना समझ से परे है। ऐसा लगता है कि बिजली कंपनी द्वारा जानबूझकर अघोषित रूप से बिजली की कटौती की जा रही है जो लोगों के लिए बड़ी परेशानी का कारण बन गई है।

कटौती के कारण गर्मी और उमस से हो रहे परेशान

बिजली कटौती के संबंध में जब पूछा जाता है तो विद्युत अधिकारी अथवा कर्मचारी अपनी आदत के अनुसार कोई न कोई फ ाल्ट जैसे लोड शेडिंग, इंश्यूलेटर खराबी, ट्रांसफ ार्मर में फ्यूज उडऩा, कहीं पर तार में पेड़ के डंगाल का गिर जाना आदि बताकर पल्ला झाड़ लेते हैं और कुछ देर बाद बिजली आने का भरोसा देते हैं। जब बिजली वापस आ जाती है तो कुछ घंटे के अंतराल में फि र से गुल हो जाती है। जब फ ाल्ट को सुधारकर बिजली सप्लाई कर दी जाती है तो उसी लाइन में फि र से फ ाल्ट कैसे आ जाता है। वह भी रोजाना कुछ घंटे के अंतराल में फ ाल्ट का आना जानबूझकर बिजली कटौती करने के संदेह को जन्म देता है।

बिजली बिल हाफ की जगह बिजली हो गई हाफ

वार्डवासियों ने कहा कि जब से छत्तीसगढ़ राज्य में कांग्रेस सरकार ने चुनावी घोषणा पत्र के अनुसार बिजली बिल हाफ के वादे को निभाना शुरू किया है तब से देखा जा रहा है कि बिजली कटौती बढ़ रही है जिससे ऐसा लगता है कि प्रदेश सरकार द्वारा बिजली बिल हाफ नहीं बल्कि बिजली की सुविधा हाफ कर रही है। यदि ऐसा नहीं है तो प्रदेश सरकार बिजली कंपनी के मंत्री सहित उच्चाधिकारियों को सख्त हिदायत दें कि हर गांव-शहरों के लोगों को समुचित रूप से बिजली की सुविधा मुहैया कराने के लिए वे ठोस कदम उठाएं और तत्काल इस समस्या का समाधान करें।

आंधी तूफ ान के कारण थोड़े समय के लिए बिजली कटौती करनी पड़ी ताकि कोई दुर्घटना न हो।

-नेमन्त सिन्हा, जेई,खरोरा

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