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CITY STAR: “बेटी-बचाओ ,बेटी पढ़ाओ” इससे लड़कियों को बेचारापन फील होता है-कैप्टन सारिका कोली

locationरायपुरPublished: Mar 05, 2018 03:47:02 pm

Submitted by:

Deepak Sahu

हमारे यहां एक फेमस स्लोगन है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ। लेकिन इंडियन रेलवे गल्र्स टीम की कैप्टन सारिका कोली का कहना है कि लोगों को हम लड़कियां हमेशा इतनी

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रायपुर. हमारे यहां एक फेमस स्लोगन है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ। लेकिन इंडियन रेलवे गल्र्स टीम की कैप्टन सारिका कोली का कहना है कि लोगों को हम लड़कियां हमेशा इतनी कमजोर क्यों दिखती हैं।

जबकि हकीकत ये है कि सारे पुरुषों का अस्तित्व ही स्त्री तत्व से है। जिन पांच तत्वों से ये शरीर बनता है वे सभी प्रकृति के तत्व होते हैं और यदि किसी भी पुरुष के शरीर से ये तत्व निकाल दिए जाएं तो राख भी नहीं बचती है। तो फिर किस सोच से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का स्लोगन बनाया गया। इसे बदलना चाहिए। इस स्लोगन से लड़कियों को बेचारापन फील होता है।

आपने खेलना कब से शुरू किया?
जब 11 साल की थी तभी से मुंबई के एयर इडिंया ग्राउंड में प्रैक्टिस करना शुरू कर दिया था। उसके दो साल बाद पहला फ्रेंडली मैच खेला था ब्वॉयज के अगेंस। जिसमें मुझे बैटिंग नहीं मिली थी और उन्होंने हमे खूब बीट किया था। इसी बीच अंडर 19 मुम्बई टीम के लिए प्रोफशनली मैच खेला एज अ ऑल राउंडर। उसके बाद लगभग 40 से ज्यादा प्रोफेशनली-अनप्रोफेशनली मैच खेलती रही।

– जर्नी का सबसे यादगार मूमेंट जो शेयर करना चाहें?
अंडर 19 इंडिया वुमेन कैंप अटेंड करने नेशनल क्रिकेट एकडमी गुंटूर (आंध्रा) गई थी जिसमें इंडिया ग्रीन के लिए सलेक्शन हुआ चैलेंजर ट्रॉफी के लिए। उसमें मैने मेरे पहले ही मैच में 52 रन बनाए थे और वो टूर्नामेंट मुंबई में ही हुआ था।

– आपने रेलवे टीम कब ज्वाइन की?
अन्डर 19 के बाद चार साल पहले इंडिया ब्लू में सलेक्शन हुआ चैलेंजर ट्रॉफी के लिए जिसमें मैसूर खेलने गए। इस मैच में 42 रन के साथ दो विकेट भी लिए मैने और हमारी टीम ने ट्रॉफी जीती। इसके बाद ही 2015 में रेलवे ज्वाइन किया और सीनियर बेस्ट जोन की तरफ से खेलते हुए सेंचुरी लगाई। इसी साल इडिंया ए के लिए भी खेला बैगलूरू में न्यूजीलैंड के अगेंस्ट। 2015 से 18 तक इंडियन रेलवे को रिप्रजेंट किया एज अ ऑलराउंडर और अभी 2018 में भारतीय रेलवे अंडर 23 टीम की कैप्टन बनाई गई हूं।

– कैप्टन बनने के बाद कितने मैच खेल चुकी हैं?
18 से ज्यादा मैच खेल चुकी हूं और अभी रिसेंटली छत्तीसगढ़ में सेंट्रल जोन लीग मैच खेलने आए हैं जिसमें अपने ग्रुप के सभी मैच हमारी टीम ने जीते और टॉप पोजीशन पर रही। इसके बाद इस लीग मैच में खेलने वाली सभी छह टीमों से बेस्ट परफॉरमेंस करने वाले 15 प्लेयर्स को सलेक्ट किया जाएगा और एक टीम बनाई जाएगी।

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