1)
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हम शांति से पैदल मार्च करने की कोशिश कर रहे थे। हमें रोका गया। पैदल मार्च करने में क्या परेशानी है। जब तक ये लोग जुर्म ढाते रहेंगे हम लोग इसी प्रकार से प्रदर्शन करते रहेंगे। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी सरकार से सवाल किया कि केंद्र हमें ये बता दें कि 8 साल में ईडी, आईटी और सीबीआई ने बीजेपी नेता के खिलाफ एक भी कार्रवाई की हो? उन्होंने कहा कि जैसे ही कोई नेता भारतीय जनता पार्टी में शामिल होता है, उसके खिलाफ सभी मामले शांत हो जाते हैं। विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए ईडी, सीबीआई और आईटी का उपयोग किया जा रहा है।
2)
बता दें कि कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पार्टी नेता राहुल गांधी के साथ एकजुटता दिखाते हुए प्रवर्तन निदेशालय कार्यालय तक मार्च निकाला। इस दौरान राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, के.सी. वेणुगोपाल, अधीर रंजन चौधरी, गौरव गोगोई, दीपेंद्र सिंह हुड्डा, छत्तीसगढ़ से नवनिर्वाचित राज्यसभा सांसद रंजीत रंजन, रणदीप सिंह सुरजेवाला, इमरान प्रतापगढ़ी और अन्य कांग्रेस नेताओं को पुलिस हिरासत में लेकर अलग-अलग थानों में भेज दिया गया।
3)
यह भी पढ़ें
सीएम को उठाने पहुंची दिल्ली पुलिस, देखें वीडियो
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हम शांति से पैदल मार्च करने की कोशिश कर रहे थे। हमें रोका गया। पैदल मार्च करने में क्या परेशानी है। जब तक ये लोग जुर्म ढाते रहेंगे हम लोग इसी प्रकार से प्रदर्शन करते रहेंगे। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी सरकार से सवाल किया कि केंद्र हमें ये बता दें कि 8 साल में ईडी, आईटी और सीबीआई ने बीजेपी नेता के खिलाफ एक भी कार्रवाई की हो? उन्होंने कहा कि जैसे ही कोई नेता भारतीय जनता पार्टी में शामिल होता है, उसके खिलाफ सभी मामले शांत हो जाते हैं। विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए ईडी, सीबीआई और आईटी का उपयोग किया जा रहा है।
2)
यह भी पढ़ें
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों में बंद 260 स्कूलों में फिर से होगी पढ़ाई
बता दें कि कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पार्टी नेता राहुल गांधी के साथ एकजुटता दिखाते हुए प्रवर्तन निदेशालय कार्यालय तक मार्च निकाला। इस दौरान राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, के.सी. वेणुगोपाल, अधीर रंजन चौधरी, गौरव गोगोई, दीपेंद्र सिंह हुड्डा, छत्तीसगढ़ से नवनिर्वाचित राज्यसभा सांसद रंजीत रंजन, रणदीप सिंह सुरजेवाला, इमरान प्रतापगढ़ी और अन्य कांग्रेस नेताओं को पुलिस हिरासत में लेकर अलग-अलग थानों में भेज दिया गया।
3)
यह भी पढ़ें