300 करोड़ का अतिरिक्त फंड
मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि उनकी सरकार को नक्सलवाद के मामले में केंद्र का काफी सहयोग मिल रहा है, खासतौर पर 2014 में भाजपा के सत्ता में आने के बाद से राज्य सरकार केंद्र के साथ एकजुट होकर काम कर रही है। नक्सल प्रभावित इलाकों का विकास हमेशा से प्रधानमंत्री की प्राथमिकता रही है। उन्होंने हाल ही में देश के कुछ आकांक्षापूर्ण जिलों के लिए 600 करोड़ रुपए का विशेष फंड आवंटित किया था, जिनमें से सात जिले छत्तीसगढ़ के हैं। उन्होंने हमें डिस्ट्रिक्स मिनरल फाउंडेशन प्रदान किया था और इसके तहत हमें राज्य के लिए 300 करोड़ रुपए का अतिरिक्त फंड मिल गया। जब तक भाजपा केंद्र में है विकास के लिए पैसों की कोई कमी नहीं होगी।
मुख्यधारा में किया शामिल
रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में अभी भी दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा समेत कई पिछड़े जिले हैं। इन इलाकों में नक्सलियों की भारी मौजूदगी है। हमने प्राथमिकता के स्तर पर इन इलाकों को मुख्यधारा में शामिल किया है। हमने इन इलाकों को शैक्षणिक गढ़ों के रूप में विकसित किया, जहां 4000 से अधिक छात्र पढ़ रहे हैं। हमने इन इलाकों के लोगों के दरवाजों तक विकास पहुंचाने के लिए कई अस्पताल बनाए हैं, उनमें आधुनिक उपकरण मुहैया करा रहे हैं।
पूरे राज्य को फोर-फाइव लेन रोड से जोड़ रहे
रमन सिंह ने कहा कि हम पूरे राज्य को चार-पांच लेन वाली सड़कों से जोड़ रहे हैं। ऐसी कई परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं, जबकि कुछ पूरी होने के कगार पर हैं। हमने उच्च श्रेणी की बुनियादी सुविधा प्रदान करने के लिए हरसंभव प्रयास किया है। ऐसे इलाकों में अपनी यात्रा के दौरान मैंने महसूस किया है कि लोग पहले से काफी संतुष्ट हैं।