आगामी कृष्ण जन्माष्टमी के दिन पूरे राज्य में कृष्ण कुंज के लिए चिन्हित स्थल पर पौध रोपण शुरू किया जाएगा। इसके लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभी कलेक्टरों को निर्देशित किया है कि वे न्यूनतम एक एकड़ चिन्हित कर वन विभाग को दें।
पौधरोपण को जन अभियान बनाने की पहल
मुख्यमंत्री ने कहा, पौधरोपण को जन जन से और अपनी सांस्कृतिक विरासत से जोड़ने एवं विशिष्ट पहचान देने के लिए इसका नाम कृष्ण कुंज रखा गया है। मुख्यमंत्री बघेल का कहना है, हमारे देश में बरगद, पीपल, नीम, कदंब तथा अन्य वृक्षों की पूजा करने की प्राचीन परंपरा है।
मनुष्य के लिए वृक्षों की अत्यधिक उपयोगिता होने के कारण ही हमारी परंपराओं में इन्हें महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। परंतु विगत वर्षों में नगरीय क्षेत्रों का तीव्र विकास होने के कारण वृक्षों की हो रही अंधाधुंध कटाई से वृक्षों का अस्तित्व ही खतरे में पड़ गया है।
#कृष्ण_कुंज 🌳
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) May 9, 2022
आप सभी को बताना चाहूँगा कि आने वाली श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन नगरीय क्षेत्रों में वृक्षारोपण कर कृष्ण कुंज बनाए जाएँगे।
इसके लिए सभी कलेक्टरों को नगरीय क्षेत्रों में वन विभाग को न्यूनतम एक एकड़ भूमि का आवंटन करने के दिए निर्देश दिए हैं। 1/2
न्यूनतम एक एकड़ शासकीय भूमि का आबंटन
मुख्यमंत्री ने सभी कलेक्टरों को नगरीय क्षेत्रों में ऐसे सांस्कृतिक महत्व वाले जीवनोपयोगी वृक्षों के रोपण हेतु उपयुक्त न्यूनतम 01 एकड़ शासकीय भूमि का आबंटन तत्काल वन विभाग को करने के निर्देश दिए हैं। जिससे की यह अभियान जल्द से जल्द प्रभावी रूप से आरम्भ हो सके।