भूपेश बघेल ने पूछा, क्या किसी बलात्कारी को इस तरह बचाना चाहिए? जो गलत है वह गलत है-उसे छुपाने की क्या जरूरत है। उसे स्वीकार करना चाहिए था कि उनसे गलती हुई है। उनकी ही सरकार में तो एफआईआर हुआ है। गलती स्वीकार न करके बार-बार छुपाने की कोशिश कर रहे हैं। इससे दूसरी गलती होगी। भाजपा ही पहले ये कह रही थी कि हिम्मत है तो गिरफ्तार करें। गिरफ्तारी के लिए चैलेंज कर रही थी और अब जब पुलिस आयी है तो हाय तौबा क्यों मचा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा, कानून अपना काम कर रहा है। किसी के दोस्त रहने से कोई गिरफ्तारी नहीं हो जाती। 15 साल की नाबालिग के साथ जो रेप किया गया था, उस मामले में ये केस दर्ज हुआ है। वह भी 2019 में जब झारखंड में रघुवर दास यानी भाजपा की सरकार थी। भाजपा नेताओं को उनसे पूछना चाहिए कि इतना पहले षडयंत्र कैसे शुरू हो गया था।
ईडी-आईटी मामले पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों द्वारा बहुत गलत हो रहा है। जो सीमा है उसके बाहर जाकर काम कर रही हैं। जो जानकारी आ रही है उसके मुताबिक किसी को मुर्गा बना रहे हैं। किसी को खाना देते हैं तो पानी नहीं देते। रात भर जगाकर रखते हैं। देर रात तक छोड़ते हैं। कई-कई रात के सोने नहीं देते। रॉड से पिटाई हो रही है। किसी के कान से सुनाई नहीं देते। किसी बुजुर्ग आदमी को बैठने नहीं देते। उन बुजुर्ग को कहा गया कि खड़े रहो। यह अमानवीय कृत्य है। मैं नहीं समझता कोई सरकार अथवा न्यायालय इसकी इजाजत देगी। ये अपनी सीमाओं से बाहर जाकर कार्यवाही कर रहे हैं यह बेहद दुर्भाग्यजनक बात है।