आज खुलेगा राज, होगी विधायक दल की बैठक
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के बदलाव के साथ ही नेता प्रतिपक्ष को बदले जाने की चर्चा बहुत तेजी से फैली है। माना जा रहा है कि वर्ष 2023 में सत्ता के लिए संघर्ष कर रही भाजपा अपने कार्यकर्ताओं को सबसे पहले संतुष्ट करना चाहती है। यही वजह है की बुधवार को कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में दोपहर 1 बजे से भाजपा विधायक दल की बैठक होगी। बैठक की जानकारी सभी विधायकों को भेजी गई है, लेकिन इसका एजेंडा किसी को नहीं बताया गया है। बताया जाता है कि बैठक में नेता प्रतिपक्ष के बदलाव को लेकर चर्चा होगी। फिलहाल दौड़ में सबसे पहला नाम विधायक नारायण चंदेल का आ रहा है। हालांकि इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, शिवरतन शर्मा और डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी का नाम भी उभर कर सामने आया है। बृजमोहन अग्रवाल की दावेदारी भी मजबूत बताई जा रही है। बता दें कि इस बैठक में भाजपा प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी, क्षेत्रीय महामंत्री (संगठन) अजय जामवाल, और सहप्रभारी नितिन नवीन मौजूद रहेंगे। इनकी मौजूदगी में ही नेता प्रतिपक्ष के नामों पर चर्चा होगी। वहीं बदलाव की खबर के बीच हाईकमान को शिकायत भेजकर कहा कि बदलाव का कोई सकारात्मक असर नहीं पड़ेगा। इन नेताओं ने धरमलाल यथावत रखने अनुसूचित जाति या जनजाति से नेता प्रतिपक्ष चुनने का आग्रह किया है।
कांग्रेस के कामों से घबराई भाजपा
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष के बाद भाजपा में नेता प्रतिपक्ष के बदले जाने की खबरों से साफ हो गया कि छत्तीसगढ़ में भाजपा कांग्रेस की मजबूती और कांग्रेस सरकार के कामों से घबरा गई है। इसी घबराहट में उसे विश्व आदिवासी दिवस के दिन आदिवासी प्रदेश अध्यक्ष को बदल दिया, अब नेता प्रतिपक्ष को बदलने की कवायद शुरू हो गयी है। छत्तीसगढ़ को लेकर भाजपा नेतृत्व दुविधा का शिकार है। उसे समझ नहीं आ रहा कि छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनकी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का मुकाबला कैसे किया जाए, इसीलिए वह अपने नेतृत्व में परिवर्तन का प्रयोग बार-बार कर रही है।