नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल गाँधी से ED कर रही है पूछताछ-
गौरतलब है की राहुल गाँधी को आज चार दिन की राहत के बाद पांचवे दिन फिर ED ने नेशनल हेराल्ड मामले की पूछताछ के लिए तालाब किया था। पूर्व में भी कांग्रेस पार्टी ने ED द्वारा राहुल गाँधी से पूछताछ के लिए तालाब किया जाने का विरोध किया था। इस दौरान सीएम भूपेश बघेल की दिल्ली पुलिस दो दफा डिटेन भी किया था। आज युवा कांग्रेस, एनएसयूआई और महिला कांग्रेस ने अलग-अलग बैठक कर अपनी रणनीति तय की जिसके बाद सभी यूनिट अलग-अलग टुकड़ियों में बंटकर ED दफ्तर के लिए पैदल निकले। लेकिन कुछ ही दुरी पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को बैरिकेड लगाकर रोक दिया। इस दौरान पुलिस ने सीएम भूपेश बघेल को भी रोका जिसके बाद सीएम सहित सभी मंत्री-विधायक सड़क पर बैठकर नारेबाजी करने लगे।तब जाकर पुलिस ने सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया।
जानें क्या है हेराल्ड केस-
भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने इसे कोर्ट के संज्ञान में 2013 लाया और तभी से यह मामला लंबित है। 1938 में कांग्रेस पार्टी ने एसोसिएट जर्नल्स लिमिटेड (AJL) नाम की एक कंपनी बनाई थी। इसी के अंतर्गत नेशनल हेराल्ड अखबार भी निकाला जाता था। उस समय AJL पर 90 करोड़ से ज्यादा का कर्ज था और आरोप है की इसी को खत्म करने के लिए एक और कंपनी बनाई गई, जिसका नाम था यंग इंडिया लिमिटेड। जिसमें राहुल और सोनिया की हिस्सेदारी 38-38% थी। यंग इंडिया को AJL के 9 करोड़ शेयर दिए गए। कहा गया कि इसके एवज में यंग इंडिया AJL की देनदारियां चुकाएगी, लेकिन शेयर की हिस्सेदारी ज्यादा होने की वजह से यंग इंडिया को मालिकाना हक मिला। AJL की देनदारियां चुकाने के लिए कांग्रेस ने जो 90 करोड़ का लोन दिया था, वह भी बाद में माफ कर दिया।