इस मामले में जमानत आवेदन उनके द्वारा प्रस्तुत नहीं किया गया। कोर्ट के निर्देश पर उनका मेडिकल चेकअप कराने के बाद जेल भेज दिया गया है। बता दें कि नंदकुमार बघेल द्वारा लखनऊ में एक पत्रकार वार्ता के दौरान ब्राह्मण समाज के खिलाफ टिप्पणी करते हुए उन्हें विदेशी बताया था। इसके खिलाफ रायपुर के डीडी नगर थाने में समाज के लोगों द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराई थी। साथ ही सामाजिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया था। लिखित आवेदन पर डीडी नगर थाने में पुलिस ने आईपीसी की धारा 505 और 153 (क) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था।
सीएम ने कहा था कानून के ऊपर कोई नहीं
सीएम भूपेश बघेल ने अपने पिता के द्वारा आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर कहा था कि मुझे सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से यह जानकारी मिली है। उन्होंने यह स्पष्ट कहा था कि उनकी सरकार सभी को एक ही दृष्टि से देखती है. उनके पिता नंदकुमार बघेल से उनके वैचारिक मतभेद शुरू से रहे हैं। यह बातें सभी को मालूम हैं। वह उनके पिता हैं लेकिन, कानून के ऊपर कोई नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा था कि हमारे राजनीतिक विचार और मान्यताएं भी बिल्कुल अलग हैं। एक पुत्र के रूप में मैं उनका सम्मान करता हूं, लेकिन एक मुख्यमंत्री के रूप में उनकी किसी भी ऐसी गलती को माफ नहीं किया जा सकता, जो सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने वाली हो।
यह था उनका बयान
पिछले महीने लखनऊ में पत्रकारों से बातचीत करते हुए नंदकुमार बघेल ने कहा था कि जिसका वोट, उसी की सरकार। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण विदेशी हैं और जिस तरह अंग्रेज यहां से गए, वो भी यहां से जाएंगे। ब्राह्मण सुधर जाएं या फिर जाने के लिए तैयार रहें। उन्होंने कहा कि ब्राह्मणों से इसलिए नाराजगी है, कि वह विदेशी हैं। हमारे सारे अधिकार वह छीन रहे हैं। इसे देखते हुए गांवों में भी अभियान चलाकर उनका बहिष्कार करेंगे।