scriptसीएम भूपेश ने किया तीन दिवसीय राष्ट्रीय कृषि मेला का शुभारंभ,कहा- किसानों को 2500 रु.प्रति क्विंटल ही दाम मिलेंगे | CM Bhupesh inaugurated the three-day National Agricultural Fair, said | Patrika News

सीएम भूपेश ने किया तीन दिवसीय राष्ट्रीय कृषि मेला का शुभारंभ,कहा- किसानों को 2500 रु.प्रति क्विंटल ही दाम मिलेंगे

locationरायपुरPublished: Feb 23, 2020 11:58:19 pm

कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंडिय़ा, राज्यसभा सांसद छाया वर्मा, लोकसभा सांसद सुनील सोनी, मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री और पूर्व विधायक राजकुमार पटेल, रायपुर के महापौर एजाज ढेबर, कृषि विभाग की प्रमुख सचिव और कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. मनिंदर कौर द्विवेदी सहित अनेक जनप्रतिनिधि तथा अधिकारीगण इस अवसर पर उपस्थित थे। स्वागत भाषण कृषि विभाग के सचिव धनंजय देवांगन ने दिया। इस अवसर पर कृषि विभाग के अनेक अधिकारी और प्रदेश के कोने-कोने से आए किसान बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

सीएम भूपेश ने किया तीन दिवसीय राष्ट्रीय कृषि मेला का शुभारंभ,कहा- किसानों को 2500 रु.प्रति क्विंटल ही दाम मिलेंगे

सीएम भूपेश ने किया तीन दिवसीय राष्ट्रीय कृषि मेला का शुभारंभ,कहा- किसानों को 2500 रु.प्रति क्विंटल ही दाम मिलेंगे

रायपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि किसानों को हर हाल में 2500 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर धान की कीमत दी जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार धान उत्पादक किसानों को समर्थन मूल्य और 2500 रूपए के अंतर की राशि 685 रुपये देगी। बघेल ने कहा कि प्रदेश के गन्ना उत्पादक किसानों को पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी प्रति क्विंटल 55 रूपए का लाभ दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने रविवार को रायपुर जिले के तुलसी बाराडेरा फल-सब्जी उपमंडी प्रांगण में आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय कृषि मेला 2020 का उद्घाटन करते हुए यह घोषणा की। उन्होंने दीप प्रज्ज्वलित कर मेले का शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में खेती-किसानी फायदे का सौदा बन गई है। पिछले वर्ष की तुलना में इस बार ढाई लाख अधिक किसान खेती-किसानी से जुड़े हैं। बघेल ने केंद्र सरकार से बायोफ्यूल उत्पादन की अनुमति देने का आग्रह करते हुए कहा कि गाडिय़ों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, प्रदूषण भी बढ़ता जा रहा है। दुनिया का ध्यान अब ग्रीन एनर्जी की ओर गया है। उन्होंने कहा कि पेट्रोलियम ईंधन में 20 प्रतिशत तक बायोफ्यूल मिलाया जा सकता है। छत्तीसगढ़ में धान का प्रचुर मात्रा में उत्पादन होता है इसलिए बायोफ्यूल का उत्पादन होने से किसानों को धान की अच्छी कीमत मिलेगी। संयंत्र लगने से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और पेट्रोलियम ईंधन में खर्च होने वाली विदेशी मुद्रा की भी बचत होगी। उन्होंने कहा कि अब तक प्रदेश के मात्र एक लाख किसानों को किसान निधि की राशि छह हजार रूपए प्राप्त हुई है। 18 लाख किसानों को अभी तक पूरी राशि नहीं मिल पाई है।
समारोह में कृषि मंत्री श्री रविंद्र चौबे ने भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि पिछले वर्ष राज्य सरकार में 80 लाख 38 हजार मैट्रिक टन धान की खरीदी की थी और प्रदेश के लगभग 16 लाख 30 हजार किसानों को 20 हजार करोड रुपए की राशि का भुगतान किया गया था। नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया, पूर्व कृषि मंत्री और विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने भी इस अवसर पर अपने विचार प्रकट किए। मुख्यमंत्री बघेल ने कृषि, उद्यानिकी पशुपालन और मत्स्य पालन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रदेश के प्रगतिशील किसानों को आत्मा योजना के अंतर्गत 50-50 हजार रूपए की राशि का चेक देकर सम्मानित किया। उन्होंने किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड भी वितरित किए।
ये रहे उपस्थित
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो