पत्रिका ने अस्पतालों में हो रही बिस्तरों की कमी को लेकर अपने बुधवार के अंक में प्रमुखता से ‘प्रदेश के अस्पतालों में वेंटिलेटर का टोटा, एक सपोर्टिंग बेड के लिए नेता-मंत्री से सिफारिश’ शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद मुख्यमंत्री ने बुधवार को ही विभिन्न समाज के प्रमुखों और सामाजिक संगठनों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हुई बैठक के दौरान स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों कड़े निर्देश जारी किए।
ऑक्सीजन वाले बिस्तर का महत्व बढ़ा
मुख्यमंत्री ने कहा, ऑक्सीजन वाले बिस्तर और वेंटिलेटर तक इसकी वास्तविक जरूरत वाले मरीजों की पहुंच तय करें। ऐसे मरीज जिन्हें ऑक्सीजन सुविधा की आवश्यकता नहीं है उन्हें कोविड केयर सेंटर्स या सामान्य बिस्तरों पर भर्ती कर इलाज उपलब्ध कराएं।
मुख्यमंत्री ने कहा, ऑक्सीजन वाले बिस्तर और वेंटिलेटर तक इसकी वास्तविक जरूरत वाले मरीजों की पहुंच तय करें। ऐसे मरीज जिन्हें ऑक्सीजन सुविधा की आवश्यकता नहीं है उन्हें कोविड केयर सेंटर्स या सामान्य बिस्तरों पर भर्ती कर इलाज उपलब्ध कराएं।
लगातार मौतों पर जताई चिंता
मुख्यमंत्री ने कहा, प्रदेश में कोविड वैक्सीनेशन काफी तेजी से हो रहा है। कोरोना जांच की संख्या भी लगातार बढ़ाई जा रही है। प्रदेश की पॉजिटिविटी दर और रोज हो रही मौतें चिंताजनक है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक घरों से न निकलें। खरीदारी के लिए परिवार के सदस्यों को साथ न लेते हुए अकेले जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा, प्रदेश में कोविड वैक्सीनेशन काफी तेजी से हो रहा है। कोरोना जांच की संख्या भी लगातार बढ़ाई जा रही है। प्रदेश की पॉजिटिविटी दर और रोज हो रही मौतें चिंताजनक है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक घरों से न निकलें। खरीदारी के लिए परिवार के सदस्यों को साथ न लेते हुए अकेले जाएं।