मुख्यमंत्री बघेल ने भाजपा की ओर से 22 तारीख को प्रस्तावित आंदोलन को लेकर भी तीखे सवाल किए हैं। उन्होंने कहा, भाजपा नेताओं के धान खरीदी के आंकड़े जारी होने पर कहा, इससे भाजपा नेताओं को आपत्ति क्यों होनी चाहिए।
यह कोई अपराधियों की सूची तो नहीं है। बैंकों के बकायेदारों की सूची भी नहीं है। धान बेचे हैं, उन्हें पैसा मिला है, उसकी सूची है। इसमें भाजपा को नाटक-नौटंकी नहीं करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा, भाजपा को बताना चाहिए जो धरना प्रदर्शन करने जा रहे हैं वह किसके लिए है। जब उनका धान बिक चुका है और सभी नेताओं को राशि मिल चुकी है, तो इसका मतलब क्या है? मुख्यमंत्री ने कहा, प्रदेश में 80 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी हो चुकी है और किसानों को उनका पैसा भी मिल रहा है, तो फिर भाजपा को आंदोलन क्यों करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा, भाजपा प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी को खुश करने भाजपा नेता धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं।
असम में महागठबंधन मिलकर लड़ेगा चुनाव
मुख्यमंत्री बघेल ने अपने दो दिवसीय असम दौरे का सफल बताते हुए कहा, असम में कांग्रेस की स्थिति मजबूत है। प्रवास के दौरान असम कांग्रेस कमेटी की विभिन्न बैठकों में शामिल हुआ। इसमें नॉर्थ ईस्ट के 7 राज्यों के प्रतिनिधियों के साथ भी बैठक हुई। उन्होंने कहा, असम को नॉर्थ ईस्ट का द्वार माना जाता है। असम के नतीजे 7 राज्यों को प्रभावित करते हैं। इसलिए निर्णय लिया गया कि सभी राज्यों के प्रतिनिध चुनाव प्रचार में जुटेंगे। यहां 6 राजनीतिक दलों ने एक साथ चुनाव लडऩे का निर्णय लिया है। इससे हमारी स्थिति काफी मजबूत होगी।