तप के आगे झुके शीश, मुख्यमंत्री ने घुटनों के बल बैठकर लिया आशीर्वाद
रायपुरPublished: Feb 16, 2021 02:11:05 am
छत्तीसगढ़ की राजधानी में अहिंसा और नशामुक्ति के लिए भारत की पदयात्रा कर रहे आचार्य महाश्रमण का रविवार को 120 साधु-साध्वियों के साथ रायपुर में मंगल प्रवेश हुआ। 50 साल में यह पहला मौका है जब तेरापंथ संघ के आचार्य राजधानी पहुंचे हैं। सोमवार को मर्यादा महोत्सव में जैनम मानस भवन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहुंचे और घुटनों के बल बैठकर आचार्य श्री से प्रदेश में शांति, समृद्धि और खुशहाली का आशीर्वाद मांगा।
अहिंसा और नशामुक्ति का संदेश लेकर नेपाल, भूटान सहित देश के करीब 20 राज्यों में 50 हजार किलोमीटर पैदल चल कर रायपुर पहुंचे आचार्य महाश्रमण का आशीर्वाद लेते मुख्यमंत्री भूपेश बघेल।
रायपुर. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति में परस्पर समन्वय, सद्भाव और भाईचारे की भावना विद्यमान रही है। यहां का समाज शांति और अहिंसा का पक्षधर रहा है। आपके संदेश हमें सचेत करते रहेंगे कि बदलते हुए परिवेश में हमें अपने सदगुणों को और भी अधिक मजबूती के साथ धारण करना होगा। मुख्यमंत्री ने आचार्य व साधु और साध्वियों का प्रदेश की जनता की ओर स्वागत करते हुए कहा कि आचार्य अपनी इस यात्रा के दौरान सद्भावना, नैतिकता और नशामुक्ति का संदेश दे रहे हैं। हमारा सौभाग्य है कि आप छत्तीसगढ़ पधारे । पहली बार कोई संत कई राÓयों से होकर बस्तर जैसे नक्सल प्रभावित क्षेत्र से होते हुए अहिंसा का संदेश देेते हुए आए हैं। संतों के चरणों से निश्चित ही यहां शान्ति का प्रसार होगा।
स्कूलों में अध्यात्म-नैतिकता की पढ़ाई जरूरी: आचार्य
आचार्य महाश्रमण ने कहा कि छत्तीसगढ़ में शांति रहे, यहां भौतिक विकास के साथ-साथ लोगों का नैतिक और आध्यात्मिक विकास भी होता रहे। शिक्षा संस्थानों में अध्यात्म और नैतिकता जैसे विषयों का अध्ययन चलते रहना चाहिए। जिससे विद्यार्थियों के शारीरिक विकास के साथ उनका बौद्धिक, भावनात्मक और मानसिक विकास भी हो। इस अवसर पर संसदीय सचिव रेखचंद जैन, विधायक सत्यनारायण शर्मा, छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण एवं अन्य पिछड़ा वर्ग विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष और डोंगरगांव के विधायक दलेश्वर साहू, छत्तीसगढ़ राज्य गृह निर्माण मण्डल के अध्यक्ष कुलदीप जुनेजा, महापौर एजाज ढेबर, आचार्य महाश्रमण मर्यादा महोत्सव व्यवस्था समिति के अध्यक्ष महेन्द्र कुमार धाड़ीवाल सहित श्रद्धालु बड़ी संख्या में उपस्थित थे।