रायपुर

CM ने बस्तर में फहराया तिरंगा, कहा – आदिवासी समाज के शूरवीरों ने संभाली थी आजादी की लड़ाई की कमान

69वें गणतंत्र दिवस के अवसर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने नक्सल प्रभावित बस्तर में तिरंगा फहराया और प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी।

रायपुरJan 27, 2018 / 11:08 am

Ashish Gupta

रायपुर . 69वें गणतंत्र दिवस के अवसर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने नक्सल प्रभावित बस्तर में तिरंगा फहराया और
प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने संबोधित करते हुए कहा कि हमारे देश की स्वतंत्रता, हमारे महान गणतंत्र का आधार है, अत: मैं आज स्वतंत्रता संग्राम में बलिदान देने वाले अमर शहीदों से लेकर लगातार देश की रक्षा कर रहे वीर जवानों तक को सलाम करता हूं।
छत्तीसगढ़ में आजादी की लड़ाई की कमान सबसे पहले आदिवासी समाज के शूरवीरों गैंदसिंह, गुण्डाधूर, वीर नारायण सिंह ने संभाली थी और शहादत देकर छत्तीसगढ़ को देश के लिए सर्वोच्च बलिदान करने की परम्परा से जोड दिया था, जिसका निर्वाह निरन्तर होता रहा है।
 

उन्होंने कहा कि भारत-रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के नेतृत्व में देश के गौरवशाली संविधान का निर्माण किया गया था। संविधान निर्माण में भी छत्तीसगढ़ की विभूतियों का अमूल्य योगदान रहा। मुझे यह कहते हुए बड़ी खुशी है कि छत्तीसगढ़ी माटी-पुत्रों तथा पुत्रियों ने सिर्फ राज्य ही नहीं, बल्कि देश और दुनिया में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। गणतंत्र की सफलता और सार्थकता में हर व्यक्ति का योगदान दर्ज है, अत: मैं आज आप सभी का हार्दिक अभिनन्दन करता हूं।
आज मैं एक बार फिर छत्तीसगढ़ राज्य की सौगात देने वाले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और एक भारत-श्रेष्ठ भारत एवं नए भारत का लक्ष्य देने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त करता हूं। हमारे संविधान की सबसे बड़ी विशेषता, भारत संघ में समस्त राज्यों की सक्रिय, जवाबदेह और सार्थक भागीदारी सुनिश्चित करना है। प्रधानमंत्री ने जीएसटी, नई खनिज नीति लागू की और राज्यों के वित्तीय संसाधनों में अभूतपूर्व बढ़ोत्तरी करके संविधान की मंशा सहकारी संघवाद का सम्मान किया है।
 

इस प्रकार उन्होंने इतिहास में पहली बार प्राकृतिक संसाधनों और मूल्यवान खनिजों को धारण करने वाली धरती माता के सहारे जीवन बिताने वाली स्थानीय आबादी के जीवन में आशा की नई किरण जगाई है। डी.एम.एफ. के माध्यम से 26 सौ करोड़ रुपए की विकास योजनाओं की मंजूरी, इसका जीता-जागता प्रमाण है। डी.एम.एफ. के सदुपयोग के लिए हमारा प्रयास राष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में गणतंत्र की महत्ता को संविधान की किताबों में खोजना नहीं पड़ता, बल्कि यह नागरिक सशक्तीकरण के माध्यम से जन-जीवन में दिखाई दे रही है। उपजाऊ खेत और अमूल्य वन संपदा छत्तीसबढ़ की एक विशिष्ट पहचान है, लेकिन छत्तीसगगढ़वासी कृषि-उपजों और वन-उपजों से अपने जीवन में खुशहाली की बरसों से बाट जोह रहे थे। हमने किसान भाई-बहनों और वनवासी परिवारों की आमदनी बढ़ाने के सतत प्रयास किए। कृषि लागत कम करने के लिए हमने बिना ब्याज कृषि ऋण उपलब्ध कराया है। च्वॉइस हेल्थ कार्ड के वितरण तथा मिट्टी नमूना परीक्षण में भी छत्तीसगढ़ देश का अग्रणी राज्य बना है, जिसकी सराहना भारत सरकार द्वारा की गई है।
सीएम ने कहा कि किसानों को अपनी उपज का बेहतर दाम दिलाने के लिए प्रदेश की 14 मण्डियों को राष्ट्रीय कृषि बाजार ई-नाम से जोड़ा जा चुका है। ताजे फल तथा सब्जियों के लिए धमतरी में किसान उपभोक्ता बाजार का प्रयोग सफल रहा है, जिसके आधार पर 6 अन्य स्थानों पर ऐसे बाजार विकसित किए जा रहे हैं, जिससे उपज, क्रेता तथा विक्रेता के बीच से बिचौलियों को हटाया जा सके।
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