इस अवसर पर मुख्यमंत्री रमन सिंह ने प्रदेशवासियों को भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी है। डॉ. सिंह ने कहा है कि महाप्रभु जगन्नाथ के साथ बहन सुभद्रा और बलभद्र की रथ यात्रा का यह महापर्व भारत की सांस्कृतिक एकता और सामाजिक सद्भावना का प्रतीक है। यह आम जनता का त्यौहार है। मुख्यमंत्री ने कहा – उत्कल भूमि पर समुद्र के किनारे ‘श्रीक्षेत्र’ (पुरी) के ऐतिहासिक मंदिर में विराजमान भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा भारत के सभी राज्यों में उत्साह के साथ मनायी जाती है।
डॉ. रमन सिंह ने कहा – ओड़िशा का निकटतम पड़ोसी होने के कारण हम सब छत्तीसगढ़ वासियों के लिए रथ यात्रा का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। छत्तीसगढ़ के गांवों और शहरों में भी सम्पूर्ण श्रद्धा और भक्ति के साथ परम्परागत रूप से रथ यात्रा का सामूहिक आयोजन किया जाता है। डॉ. रमन सिंह ने इस अवसर पर भगवान जगन्नाथ से छत्तीसगढ़ सहित सम्पूर्ण भारत के लोगों की तरक्की और खुशहाली के लिए आशीर्वाद की कामना की है।
वहीँ राज्यपाल बलरामदास जी टंडन ने भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा के अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई दी है। उन्होंने सभी लोगों के प्रति अपनी शुभेच्छा प्रकट करते हुए कहा है कि रथयात्रा हमारी आस्था एवं संस्कृति से जुड़ा पर्व है। ऐसे त्यौहार हम सबको एक सूत्र में बंधने का अवसर देते हैं और आपसी सौहार्द्र बढ़ाते हैं। राज्यपाल ने इस अवसर पर सभी नागरिकों की खुशहाली की कामना की है।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने गोंचा गुड़ी का किया शुभारंभ
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने शुक्रवार को बस्तर संभाग के मुख्यालय जगदलपुर स्थित भगवान जगन्नाथ के मंदिर में दर्शन और पूजा अर्चना कर प्रदेश की समृद्धि और खुशहाली का आशीर्वाद मांगा। डॉ. सिंह जगन्नाथ मंदिर में आयोजित नेत्रोत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने भगवान के 13 स्वरुपों के दर्शन किए। डॉ. सिंह ने इस अवसर पर गोंचा गुड़ी का शुभांरभ किया और रथयात्रा के सम्मान में तुपकी चलाई।