जिले के कोचिंग संचालकों की माने तो कोरोना काल के बाद पहला बैच जिले में 15 मार्च से शुरू होगा। अप्रैल माह में अन्य बैचों की शुरुआत होगी। संचालकों की मानें तो संक्रमण के चलते अभी ऑनलाइन क्लास का संचालन हो रहा है। ऑफलाइन क्लास में छात्र आ सके, इसलिए कोचिंग संचालकों द्वारा प्रमोशनल क्लास भी संचालित किया जा रहा है।
कांग्रेस की रैली में शामिल होने CM भूपेश पश्चिम बंगाल रवाना, BJP पर साधा निशाना, कही ये बड़ी बात 80 प्रतिशत कारोबार गिरा
कोचिंग संचालकों की माने तो जिले मे कोचिंग का सालाना कारोबार लगभग 60 करोड़ है। कोरोना काल में यह कारोबार गिरकर 20 प्रतिशत पर आ गया है। वर्तमान में कोचिंग संचालकों का कारोबार 10 प्रतिशत पर सिमटकर रह गया है। छात्र कोचिंग से जुड़े रहे, इसलिए कोरोना काल में ऑनलाइन शिक्षा देकर अपने कारोबार का संचालन कर रहे हैं।
हॉस्टल खोलने की मांग
दूसरे जिले से आ रहे छात्र जिले में रह सके, इसलिए कोचिंग संचालकों ने प्रशासनिक अधिकारियों से हॉस्टल खोलने की मांग की है। संचालकों का कहना है, कि छात्र सुरक्षित रह सकेंगे, तो वे पढ़ने भी आ सकेंगे। हॉस्टल के लिए प्रशासन से गाइड लाइन जारी करेंगा तो पालक भी अपने बच्चों को सुरक्षित महसूस करेंगे।
CM का ऐलान: जिस दिन केंद्र कह दे कि वैक्सीन नहीं देंगे, हम अपने लोगों को फ्री में टीके लगवाएंगे सचदेवा कोचिंग सेंटर के संचालक मोती जैन ने कहा, जिले में लगभग 90 कोचिंग सेंटर है। कोरोना काल के बाद पहला बैच मार्च के दूसरे हफ्ते से लगेगा। अप्रैल माह से अन्य कोचिंगों की शुरूआत होगी। शासन से निवेदन है, कि हॉस्टल की गाइड लाइन जारी करें, ताकि छात्रों को रहने में परेशानी ना हो।