coal crisis : एक झटके में छत्तीसगढ़ के उद्योगों ने गंवाया 3 लाख टन कोयला, कोल संकट अब और गहराया
रायपुरPublished: Mar 05, 2022 10:46:51 am
cकोल इंडिया ने राज्य सरकारों द्वारा नामित सभी गैर सरकारी एजेंसियों को कोयले की सप्लाई और आवंटन पर रोक लगा दी है। इस संबंध में कोल इंडिया ने एसईसीएल सहित केंद्र सरकार द्वारा अधिकृत सभी खनन कंपनियों को पत्र जारी कर दिया है।


coal crisis : एक झटके में छत्तीसगढ़ के उद्योगों ने गंवाया 3 लाख टन कोयला, कोल संकट अब और गहराया
-- गैर सरकारी एजेंसियों को कोयले की आपूर्ति पर केंद्र ने लगाई रोक
-- प्रदेश में रोलिंग मिल एसोसिएशन को हुआ था आवंटन रायपुर. कोल इंडिया लिमिटेड (coal india lmd)के एक आदेश ने छत्तीसगढ़ के उद्योगों खासतौर पर रोलिंग मिलों को बड़ा झटका दिया है, जिसमें 3 लाख टन कोयले की उम्मीदें पूरी तरह टूट चुकी है। कोल इंडिया ने राज्य सरकारों द्वारा नामित सभी गैर सरकारी एजेंसियों को कोयले की सप्लाई और आवंटन पर रोक लगा दी है। इस संबंध में कोल इंडिया ने एसईसीएल सहित केंद्र सरकार द्वारा अधिकृत सभी खनन कंपनियों को पत्र जारी कर दिया है। इस फैसले का असर देशभर के गैर-सरकारी एजेंसियों को होगा, लेकिन छत्तीसगढ़ में उद्योगों को बड़ा नुकसान हो चुका है, क्योंकि छत्तीसगढ़ में उद्योग एवं वाणिज्य विभाग ने उद्योगपतियों की मांग के बाद रोलिंग मिल एसोसिएशन को गैर-सरकारी एजेंसी के रूप में नामित करते हुए कोयला आवंटन की अनुशंसा कोल इंडिया को की थी, जिसके बाद रोलिंग मिलों को 1 लाख टन कोयले का आवंटन जारी हुआ था, वहीं हाल ही में रोलिंग मिलों ने प्रदेश में कोयले संकट की स्थिति के बाद हर वर्ष 3 लाख टन कोयले के लिए राज्य सरकार को चिठ्ठी लिखी थी, जिसे तीन साल तक देना था। कोल इंडिया के इस फैसले के बाद अब उद्योगों को तगड़ा झटका लगा है।