इस बीच पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी हवाई मार्ग से कोलकाता जा रहे हैं। इसके बाद पुलिस ने कोलकाता पुलिस से संपर्क कर आरोपियों की घेराबंदी की। जैसे ही आरोपी कोलकाता एयरपोर्ट पहुंचे, पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। दोनों की निशानदेही पर चोरी के गहने व नकदी बरामद कर लिए गए हैं। आरोपियों के कब्जे से कुल 7 लाख 58 हजार रुपए का माल बरामद हुआ है। अखिलेश इससे पहले भी प्रतिबंधात्मक कार्रवाई में जेल जा चुका है।
कलेक्टर-इंजीनियर के घर चोरी की घटना की जांच में लगी पुलिस को कई जगह आरोपियों के महत्वपूर्ण सीसीटीवी फुटेज मिले थे। इस आधार पर दोनों की पहचान हो गई थी। सबसे पहले पुलिस ने ओमप्रकाश को पकड़ा। उसने बताया कि अखिलेश हवाई मार्ग से कोलकाता फरार हो गया है। इसके बाद रायपुर एसएसपी आरिफ शेख ने कोलकाता पुलिस से संपर्क किया और अखिलेश के सीसीटीवी फुटेज भेजकर उसकी गिरफ्तारी के लिए कहा। इसके बाद कोलकाता पुलिस की स्पेशल टीम ने एयरपोर्ट पर अखिलेश और उसकी प्रेमिका को दबोच लिया और ट्रांजिट रिमांड पर उन्हें रायपुर लाया गया। जामुल में रहने वाली अखिलेश की प्रेमिका से भी पूछताछ की गई। चोरी में युवती की संलिप्तता नहीं होने के कारण उन्हें छोड़ दिया गया।
सिविल लाइन इलाके के शांति नगर स्थित कलेक्टर शिखा राजपूत तिवारी के बंगले में चोरी करने वाले अखिलेश बंगोलिया और ओमप्रकाश यादव को इसकी तनिक भी जानकारी नहीं थी कि जहां दोनों ने चोरी की है, वह आईएएस अधिकारी का घर है। दूसरे दिन 30 अक्टूबर को कलेक्टर की घरेलू काम करने वाली ऋतु बरिहा के एटीएम से पैसे निकालते हुए फोटो मीडिया में छपी, तब उनको पता चला कि दोनों ने आईएएस के घर हाथ साफ कर दिया है। इससे दोनों डर गए और तत्काल रायपुर छोड़कर हवाई मार्ग से पश्चिम बंगाल भाग रहे थे। अखिलेश अपनी प्रेमिका को भी साथ ले गया था। इसकी जानकारी लगते ही रायपुर पुलिस ने कोलकाता पुलिस के साथ मिलकर उसकी घेरेबंदी की।