सिद्धार्थ चौक के समीप स्थित प्राचीन महत्व के नरैया तालाब की स्थिति पर गौर करें तो यह तालाब लंबे समय से भ्रष्टाचार का शिकार हो रहा है। जिला खनिज संस्थान न्यास निधि से बीते वर्ष पं. मोतीलाल महर्षि वाल्मिकी वार्ड के अंतर्गत नगर निगम ने 10 लाख रुपए का आवंटन किया गया था। यह राशि निगम को मिली और जोन के माध्यम से कार्य भी कराया गया। रिपोर्ट के मुताबिक नगर-निगम ने अपने रेकॉर्ड में कार्य पूर्ण बताया है। अब मौजूदा हालात पर गौर करें तो तालाब तक पहुंचने के लिए भी लोगों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। जोन अधिकारियों के साथ तालाब के निर्माण में अन्य एजेंसियों ने भी लापरवाही बरती। बारिश का पानी तालाब में एकत्र नहीं हो रहा है।