मंत्री चौबे ने बताया, रबी वर्ष 2021-22 के लिए 7.50 लाख मीट्रिक टन रासायनिक उर्वरकों की मांग के एवज में भारत सरकार ने 4.11 लाख मीट्रिक टन की स्वीकृति दी गई, जो कि राज्य की मांग का मात्र 55 प्रतिशत ही है। चालू रबी सीजन के लिए भारत सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ को स्वीकृत 4.11 लाख मीट्रिक टन रासायनिक उर्वरकों में यूरिया 2 लाख मीट्रिक टन, डीएपी 60,000 मीट्रिक टन, एनपीके 50,000 मीट्रिक टन, एमओपी 26,000 मीट्रिक टन एवं एसएसपी 75,000 मीट्रिक टन शामिल है।
तय लक्ष्य से कम की सप्लाई कृषि मंत्री चौबे ने बताया कि स्वीकृत मात्रा 4.11 लाख मीट्रिक टन के विरुद्ध भारत सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य को अक्टूबर से फरवरी तक 3 लाख 46 हजार 225 मीट्रिक टन उर्वरकों की सप्लाई का प्लान जारी किया गया है। सप्लाई प्लान के विरुद्ध छत्तीसगढ़ राज्य को आज की स्थिति में मात्र 2 लाख 12 हजार 162 मीट्रिक टन रासायनिक उर्वरक की ही आपूर्ति की गई है, जो कि स्वीकृत मात्रा का मात्र 52 प्रतिशत है।
केंद्र से भरपूर खाद, फिर कमी क्यों: भाजपा भाजपा नेता संदीप शर्मा ने कहा, खाद की कमी को लेकर राज्य सरकार की चिल्लाहट नाकामी छिपाने के लिए है। सरकार के अनुसार केन्द्र सरकार ने रबी फसल के लिए 4.11 लाख टन की सैद्धांतिक सहमति दी है जिसमे 3.2 लाख टन की आपूर्ति भी हो गई है। सरकार को बताना चाहिए कि अभी राज्य में कितने एकड़ में रबी की फसल है और कौन कौन सी फसल कितने एकड़ में है। यह भी बताना चाहिए कि खाद की आपूर्ति निजी क्षेत्र और सहकारी क्षेत्र में किस अनुपात में किया जा रहा है। इससे सब स्पष्ट हो जाएगा।