आपको बता दे अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित डोंगरगढ़ विधानसभा सीट में एक समय कांग्रेस का राज चलता था, लेकिन पिछले 15 सालों से यहां भाजपा का कब्जा है।कांग्रेस की ओर से यहां से सबसे ज्यादा बार चुनाव जीतने वाले धनेश पटिला की लगातार हार के बाद पार्टी ने यहां से नए चेहरे भुनेश्वर बघेल पर भरोसा जताया है।
आपको बता दे डोंगरगढ़ सीट पर अकेले धनेश पटिला ने 13 चुनावों में से छह चुनाव लड़ा है। इसमें से उनको चार बार लगातार जीत मिली जबकि छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद हुए पहले और दूसरे विधानसभा चुनाव में उनको हार का सामना करना पड़ा।