पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने कहा, छत्तीसगढ़ को सम्हालने की जिम्मेदारी निभाने में कांग्रेस की प्रदेश सरकार विफल रही है। उसे प्रदेश के लोगों की वेदना को महसूस नहीं होती है। देश के दीगर राज्यों ने अपने प्रवासी श्रमिकों के खातों में आर्थिक सहायता के रूप में पर्याप्त राशि जमा कराई, लेकिन छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने अपने ढाई लाख प्रवासी श्रमिकों के खाते में ढाई रुपए तक जमा नहीं कराए। उनकी वापसी के लिए ट्रेनों को अनुमति तक देने में प्रदेश सरकार आनाकानी करती रही। प्रदेश के किसानों के साथ छल-कपट किया, शराबबंदी के वादे से मुकर रही है।
शराब के धंधे में करोड़ों की हेराफेरी हो रही है और 30 फीसदी शराब अवैध रूप से बिक रही है और वह पैसा सरकारी खज़ाने में नहीं जा रहा है। कोरोना के मोर्चे पर प्रदेश सरकार को विफल बताते हुए डॉ. सिंह ने कहा कि विभिन्न मदों में 18 सौ करोड़ रुपए होने के बावज़ूद प्रदेश सरकार कोरोना संकट की रोकथाम और लॉकडाउन से प्रभावितों की सहायता में खर्च नहीं कर रही है। क्वारंटाइन सेंटर्स यातना गृह बनकर रह गए हैं।
केंद्र की राशि से संचालित मनरेगा को छोड़कर प्रदेश में कहीं कोई काम यह सरकार नहीं कर रही है। सभा की शुरुआत जिला भाजपा अध्यक्ष सनम जांगड़े के संबोधन से हुई। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष मोतीलाल साहू ने सभा की कार्यवाही संचालित की। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल ने सबको आत्म निर्भर भारत की संरचना की शपथ दिलाई। जिला महामंत्री राकेश तिवारी ने अंत में सबका आभार माना।