बलौदा बाजार की बगावत पर एक्शन के मूड़ में कांग्रेस अध्यक्ष
रायपुरPublished: Feb 15, 2020 08:45:05 pm
– पर्यवेक्षकों से मांगी रिपोर्ट- मुख्यमंत्री के अमरीका से लौटने के बाद फैसला
बलौदा बाजार की बगावत पर एक्शन के मूड़ में कांग्रेस अध्यक्ष
रायपुर. जिला पंचायत चुनाव में रणनीतिक बढ़त में रही कांग्रेस को बलौदा बाजार में हुई बगावत से काफी झटका लगा है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने पार्टी पर्यवेक्षकों से इसकी विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। बताया जा रहा है कि मरकाम इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने के मूड़ में हैं। हालांकि कार्रवाई का अंतिम फैसला मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से बातचीत के बाद ही होगा। इसके लिए प्रदेश अध्यक्ष मुख्यमंत्री के अमरीका दौरे से लौटने का भी इंतजार करेंगे।
बलौदा बाजार जिला पंचायत चुनाव प्रबंधन से जुड़े कांग्रेस नेताओं का कहना है कि पूर्व विधायक जनकराम वर्मा और उनके बेटे राकेश वर्मा सहित सभी सदस्यों के साथ एक दिन पहले ही शेख अलीमुददीन को अधिकृत प्रत्याशी बनाने पर सहमति हो गई थी। तय हुआ था कि दोनों नामांकन दाखिल करेंगे। बाद में राकेश वर्मा नामांकन वापस ले लेंगे। इस प्रस्ताव पर जनकराम वर्मा सहित सभी पक्षों के हस्ताक्षर भी हैं। तय समझौते के तहत राकेश वर्मा ने नामांकन वापस भी ले लिया। लेकिन भाजपा के साथ उनकी कुछ सहमति बनी। उसके बाद राकेश वर्मा ने पीठासीन अधिकारी से नामांकन वापस लेने के लिए दिया हुआ पत्र वापस ले लिया और अधिकारी ने गलत तरीके से उसे वापस भी कर दिया। बलौदा बाजार के चुनाव पर्यवेक्षकों में से एक प्रमोद दुबे ने कहा, मुख्य पर्यवेक्षक के साथ चर्चा करने के बाद एक-दो दिन में रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष को सौंप दी जाएगी। संगठन का एक धड़ा राकेश वर्मा को कड़ी चेतावनी देकर मामले को सुलझाने की कोशिश में जुट गया है। कहा जा रहा है, राकेश वर्मा पर एक्शन से स्थानीय संगठन को ही नुकसान होगा। शुक्रवार को जिला पंचायत चुनाव में कांग्रेस के ही राकेश वर्मा ने पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़कर हरा दिया था।
इधर पार्टी से बागी होकर जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव जीते राकेश वर्मा और उनके पिता जनकराम वर्मा से किसी वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने बात नहीं की है। बलौदा बाजार के पूर्व विधायक जनकराम वर्मा ने कहा, शुक्रवार को चुनाव के दौरान जो कुछ हुआ इसके बारे पार्टी ने अभी तक कुछ पूछा नहीं है। इसके बारे में जिला पंचायत सदस्य ही बताएंगे। वे लोग रविवार को रायपुर पहुंचकर प्रदेश अध्यक्ष के सामने अपनी बात रखेंगे।