अगर प्रशिक्षण के लिए केंद्रीय मंत्री को कहना ही है तो मुख्यमंत्री सबसे पहले प्रधानमंत्री मोदी के प्रशिक्षण के लिए कहें जो कि तक्षशिला को नालंदा की ही तरह बिहार में बताने की गंभीर भूल करते हैं, आजादी की लड़ाई और आजादी के बाद सुरक्षा सेना के प्रमुखों को लेकर असत्य कथन तो करते ही हैं, भाजपा के पूर्ववर्ती जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मौत को लेकर भी गलतबयानी करते हैं और सही जानकारी नहीं रखते है।
भूपेश ने मुख्यमंत्री रमन सिंह पर भी जमकर निशाना साधा। स्किल डेवलपमेंट को लेकर मुख्यमंत्री के बयान पर भूपेश बघेल ने कहा है कि घोटालों और कमीशनखोरी जैसे स्किल रमन सिंह और भाजपा को ही मुबारक हो। मुख्यमंत्री रमन सिंह जो स्किल रखते हैं, जीरम का स्किल, अंतागढ़ का स्किल, लोकतंत्र के चीरहरण का स्किल, गैर आदिवासियों की जाति को छिपाने का स्किल, इंदिरा प्रियदर्शिनी बैंक के नारको टेस्ट की रिपोर्ट बरसों से कोतवाली से अदालत नहीं पहुंचने देने का स्किल, नान घोटाले का स्किल, खनिज घोटाले का स्किल, बिजली घोटाले का स्किल, नान घोटाले का स्किल और कमीशनखोरी का स्किल, 15 साल में छत्तीसगढ़ को देश का सबसे गरीब राज्य बनाने का स्किल, छत्तीसगढ़ में झुग्गी झोपडि़यों की संख्या देश में सबसे ज्यादा करने का स्किल, वह उनको ही मुबारक हो।
भूपेश बघेल ने कहा कि दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा छत्तीसगढ़ प्रवास में उठाए गए राफेल घोटाले और पनामा घोटाले से मोदी और रमन दोनों बौखला गए हैं और सच्चाई को छुपाने के लिए विवाद खड़े करने में जुटे हैं। छत्तीसगढ़ और देश की जनता असलियत को बखूबी जानती है पहचानती है। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के झांसे में अब लोग आने वाले नहीं हैं।